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- योगी सरकार के चौथे बजट...
योगी सरकार के चौथे बजट पर सपा ने उठाये सवाल,तो कांग्रेस ने सरकार पर ही लगा दिया बड़ा आरोप
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने वित्तीय वर्ष 2020-21 का बजट मंगलवार को पेश किया. सरकार ने यूपी का 5,12860.72 करोड़ का बजट इस बार पेश किया. ये पिछले वित्तीय वर्ष 2019-20 के मुकाबले 33 हजार 159 करोड़ रुपये ज्यादा है. प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने बजट पेश करते हुए बताया कि वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए योगी सरकार ने 10 हजार 967 करोड़ 87 लाख की नई विकास योजनाओं के वित्त पोषण के प्रस्ताव को बजट में शामिल किया है. योगी सरकार ने अपना चौथा बजट पेश किया है. साल 2019 में 4 लाख 79 हजार करोड़ का बजट पेश हुआ था।
वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए मंगलवार को विधानसभा में पेश किये गए बजट को समाजवादी पार्टी ने जन विरोधी करार देते हुए कहा है कि इसमें नया कुछ भी नहीं है. यह बजट सिर्फ अनुमान पर आधारित है. नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने कहा कि यह बजट पुराने बोतल में रखा नया पानी जैसा है.
योगी सरकार के चौथे बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए राम गोविंद चौधरी ने कहा, "ये बजट गरीब, किसान, मजलूम, नौजवान और महिला विरोधी है. वित्त मंत्री ने शेरो शायरी कही. इनका बजट पुराने बोतल में नया पानी रखा है. केवल अनुमान पर आधारित बजट है. ये बजट दिशाहीन है. जितने गोवंश स्लाटर हाउस में नही कटे, उससे ज्यादा इस सरकार में गाय की मौत हुई.."
उधर विधान परिषद में कांग्रेस नेता दीपक सिंह ने कहा, " इस बजट में सिर्फ अभिभाषण के सिवा कुछ नही है, इस बजट में सिर्फ एक ही बात है. इसमें किए गए दावे सिर्फ किताबी हैं. इसमें सिर्फ आयोजन की बात कही गई है. आईपीसी की धाराओं का जिक्र बजट में किया गया है. रोजगार के नाम पर सरकार ने कुछ नही दिया. सिर्फ योजनाओ के नाम बदलकर अपनी पीठ थपथपाई है. कृषि कुम्भ की बात सरकार ने की है. सिर्फ आयोजन की बात कही गई. विधुतीकरण के नाम पर सरकार ने सिर्फ अपना चेहरा चमकाया है. इसमें प्रदेश की जनता के लिए कुछ नहीं है. सिर्फ जनता को गुमराह किया जा रहा है. प्रदेश को यह सरकार गर्त में ले जा रही है।