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राजधानी लखनऊ को मिली 1,710 करोड़ की 180 विकास परियोजनाओं की सौगात, राजनाथ ने किया सीएम योगी का गुणगान
लखनऊ, इंफ्रास्ट्रक्चर विकास और जनसुविधाओं की बेहतरी के लिहाज से राजधानी लखनऊ के लिए मंगलवार का दिन खास रहा। केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ के समग्र विकास के लिए 09 विभागों की 1,710 करोड़ की परियोजनाओं की सौगात दी।
विक्टोरिया ओवरब्रिज सहित 90 परियोजनाओं के लोकार्पण और इतने ही कार्यों के शिलान्यास के इस खास मौके पर केंद्रीय रक्षामंत्री और स्थानीय सांसद राजनाथ सिंह ने भारतरत्न अटल बिहारी वाजपेयी के सपनों का लखनऊ बनाने का संकल्प दोहराते हुए लखनऊ के तेज विकास के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार जताया। राजनाथ ने कहा कि अगर योगी न होते तो शायद लखनऊ में इतनी तेज काम न हो पाता।
वहीं मुख्यमंत्री ने कहा कि अब आने वाला समय उत्तर प्रदेश का है। उन्होंने कहा कि राजनाथ सिंह के मुख्यमंत्री पद छोड़ने के बाद 2003 से 2017 में नई सरकार बनने के पहले तक का समय यूपी का संक्रमण काल था। यह वह समय था कि जब आस्था अपमानित होती थी श्रद्धा को प्रताड़ना मिलती थी। देश की सबसे बड़ी आबादी वाला राज्य होने के बाद भी यूपी देश में छठवें नम्बर की अर्थव्यवस्था थी।कानून-व्यवस्था इतनी बदहाल थी कि निवेशक भागते थे। विकास का कहीं कोई विजन नहीं था, जनाकांक्षाओं का कोई मान नहीं था। 2012 से 2017 तक औसतन हर तीसरे दिन एक दंगा होता था। यह प्रदेश अराजकता, दंगा, भ्रष्टाचार और गुंडागर्दी की भेंट चढ़ गया था।
उत्साह से लबरेज जनसमुदाय के बीच आंकड़े रखते हुए योगी ने कहा कि 2017 के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में आज उत्तर प्रदेश व्यवसाय की सुगमता के लिहाज से दूसरा सबसे अच्छा राज्य है, जबकि चार साल पहले यह 12वें-14वें स्थान पर था।कोरोना के दौरान जब चीन से निवेशक भाग रहे थे तो वैश्विक पटल पर प्रतिस्पर्धा के बीच निवेशकों ने भारत को चुना और भारत के अंदर उत्तर प्रदेश उनकी पहली पसंद बना। अकेले 5000 करोड़ की सैमसंग डिस्प्ले यूनिट यहीं लगी। उत्तर भारत का सबसे बड़ा डाटा सेंटर यहां स्थापित हो रहा।
योगी ने बताया कि कोरोना के बीच यूपी में ₹66,000 करोड़ का निवेश आया। सीएम ने कहा कि साढ़े चार वर्ष में यूपी देश की छठवें नम्बर से दूसरे नम्बर की अर्थव्यवस्था का राज्य हुआ है और अब पीएम मोदी के मार्गदर्शन ने $1 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि आज यूपी में एक्सप्रेस-वे का संजाल बिछ रहा है, इंटरस्टेट मार्ग 04 लेन हो रहे हैं। सहारनपुर, अलीगढ़, आजमगढ के राज्य विश्वविद्यालयों के अलावा, प्रयागराज में विधि विश्वविद्यालय, मेरठ में खेल विश्वविद्यालय, लखनऊ में अटल मेडिकल विश्वविद्यालय और गोरखपुर में आयुष विश्वविद्यालय स्थापित हो रहे हैं। सीएम ने जोर देते हुए कहा कि अब उत्तर प्रदेश का समय आ रहा है।
अद्भुत है दो अक्षरों के नाम वाली "मोदी-योगी" की जोड़ी: राजनाथ
ज्योतिबा फुले मल्टीलेवल पार्किंग-पार्क में आयोजित विकास परियोजनाओं के लोकार्पण-शिलान्यास भव्य समारोह में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने सुशासन के लिए मजबूत कानून-व्यवस्था की जरूरत पर बल देते हुए कहा कि अपराधियों के लिए योगी आदित्यनाथ खौफ का दूसरा नाम हैं। वहीं प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी की नीतियों की सराहना करते हुए कहा कि परमात्मा ने दो अक्षरों के नाम वाली "मोदी-योगी" की जोड़ी बनाई है। कोविड की चुनौतियों की चर्चा करते हुए रक्षामंत्री ने कहा कि सीएम योगी ने कोरोना से अनाथ हुए बच्चों के लिए जो अभिनव योजना शुरू की, उसने दिल को छू लिया। उन्होंने योगी सरकार की अभ्युदय योजना की भी तारीफ की।
लोकनिर्माण, स्वास्थ्य, सेतु निगम, सिंचाई एवं जल संसाधन, व्यावसायिक शिक्षा, नगर निगम, अमृत योजना, स्मार्ट सिटी तथा एलडीए की 180 परियोजनाओं का लोकार्पण-शिलान्यास करते हुए रक्षामंत्री ने कहा कि 18वीं सदी में जब लखनऊ की विक्टोरिया स्ट्रीट बनी थी तब यह अपने समय की सबसे चौड़ी सड़क थी, लोगों ने इसे फिजूलखर्ची तक कहा था, आज इसका हाल बदहाल है लेकिन अब जबकि यहां ओवरब्रिज बन गया है तो राजधानी के 50 लाख लोगों को आवागमन में बड़ी सुविधा होगी।
उन्होंने निर्माणाधीन आउटर रिंगरोड की चर्चा करते हुए बताया कि 08 लेन वाली यह सड़क अगले साल अक्टूबर तक लोकार्पित होगी। राजनाथ ने लखनऊ में सुगम यातायात के लिए नियोजित कोशिश की जरूरत भी बताई तो पूर्व प्रधानमंत्री और लखनऊ के सांसद रहे अटल बिहारी वाजपेयी की स्मृति को नमन करते हुए सार्वजनिक होर्डिंग में "अटल-चित्र" लगाने की अपील भी की। कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री डॉ.दिनेश शर्मा और केशव प्रसाद मौर्य ने भी अपने विचार रखे।