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उन्नाव गैंगरेप केस: मां बोली- बिटिया ठीक हो जाए तो कभी UP नहीं आएंगे लौट के और रो पड़ी!
उन्नाव रेप कांड की पीड़िता जहां एक तरफ लखनऊ के केजीएमयू ट्राॅमा सेंटर में जिंदगी और मौत से जूझ रही है, वहीं उसकी मां ने कोर्ट के फैसले पर खुशी जताई है. पीड़िता की मां ने मीडिया से कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला अच्छा है. हमें उनसे ही उम्मीद. आप लोग चाहेंगे तो बड़े से बड़ा डॉक्टर भी यहां आ जाएगा. बता दें कि हॉस्पिटल के बाहर कई दिनों से नेता और मीडियाकर्मी की लाइन लगी हुई है.
मां ने आगे कहा कि
अब मुकदमा दिल्ली ट्रांसफर होने से बार-बार यूपी आने की जरूरत नहीं पड़ेगी. यह काम पहले हो जाता तो आज ये दिन नहीं देखना पड़ता. अब बेटी ठीक हो जाए तो हम सब कुछ छोड़कर यहां से दिल्ली चले जाएंगे, फिर कभी यूपी नहीं आएंगे. यहां अच्छे लोग नहीं है. मेरी दुनिया उजड़ गई है. अब कभी उन्नाव नहीं जाएंगे. जो सेंगर ने कहा था वही हो गया. उसने मेरी बेटी को मार दिया.
पीड़िता के परिजनों को दिया 25 लाख का चेक
इस बीच सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद गुरुवार रात डीएम कौशल राज शर्मा और एसएसपी कलानिधि नैथानी ने पीड़िता के परिवार को 25 लाख रुपए का चेक सौंपा. गुरुवार को ही सुप्रीम कोर्ट ने 24 घंटे के अंदर पीड़िता को आर्थिक मदद देने का निर्देश दिया था. इतना ही नहीं सुप्रीम कोर्ट ने रेप और पीड़िता के एक्सीडेंट मामले से संबंधित सभी 5 केस को दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट ट्रांसफर कर नियमित सुनवाई का आदेश दिया है.
पीड़िता और उसके परिवार को CRPF की सुरक्षा
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद गुरुवार देर रात रेप पीड़िता और उसके परिजनों को सीआरपीएफ की सुरक्षा मिल गई. देर रात सीआरपीएफ की टीम लखनऊ के ट्रामा सेंटर पहुंची और पूरी व्यवस्था अपने हाथों में ले लिया. सुरक्षाकर्मी हर आने-जाने वालों पर निगाह बनाए हुए हैं.
क्या थी पूरी घटना
बता दें कि रायबरेली से उन्नाव लौट रही पीड़ित युवती के कार को बेकाबू ट्रक ने टक्कर मार दी थी. इस दुर्घटना में पीड़िता की मौसी और चाची की मौत हो गई थी. जबकि पीड़ित लड़की और उसका वकील गंभीर रूप से घायल हो गए थे. इन दोनों का इलाज लखनऊ के केजीएमयू ट्रामा सेंटर में चल रहा है. पीड़िता और उसका वकील अभी भी वेंटीलेटर पर है और उनकी हालत नाजुक बनी हुई है.