- होम
- राष्ट्रीय+
- वीडियो
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- Shopping
- शिक्षा
- स्वास्थ्य
- आजीविका
- विविध+
- Home
- /
- राज्य
- /
- उत्तर प्रदेश
- /
- लखनऊ
- /
- यूपी पंचायत चुनाव...
यूपी पंचायत चुनाव 2021: राज्य निर्वाचन आयोग मार्च में चुनाव कराए जाने की अधिसूचना कर सकता है जारी
लखनऊ. उत्तर प्रदेश के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव (Panchayat Election) की तैयारियों को लेकर शासन स्तर पर तेजी दिखने लगी है. ग्राम प्रधानों (Gram Pradhan) का कार्यकाल समाप्त होने के बाद ग्राम पंचायतों में प्रशासकों की तैनाती कर दी गई है.
इसके साथ ही अब चुनावी तैयारियों को आगे बढ़ाते हुए पंचायती राज निदेशक ने पंचायत चुनाव के संबंध में विभिन्न बिंदुओं पर जिलों से सूचना मांगी है. वर्ष 2015 में जिले में कितनी सीटों पर पंचायत चुनाव हुआ था, इस वर्ष कितनी सीटें कम हुई हैं, इसको लेकर उन जिलों को सूचना भेजी गई है जहां सीमा विस्तार के बाद ग्राम पंचायतों का रकबा प्रभावित हुआ है. कुछ जगह ग्राम पंचायतें नगर पंचायत, नगर पालिका परिषद और नगर निगमों में मर्ज होने के बाद ये सूचना मांगी जा रही है.
उत्तर प्रदेश त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों को लेकर माना जा रहा है कि राज्य निर्वाचन आयोग मार्च में चुनाव कराए जाने की अधिसूचना जारी कर सकता है. लखनऊ प्रशासन और निर्वाचन आयोग इसको लेकर जिलों को सूचनाएं भेजकर कई जानकारियां जुटा रहा है. आए दिन नए बिंदुओं पर चुनाव के संबंध में जानकारी मांगी जा रही है.
जानें निर्वाचन आयोग ने मांगी क्या जानकारी
वर्ष 2015 में हुए पंचायत चुनाव को लेकर जिलों से रिपोर्ट मांगी गई है. वर्ष 2015 में ग्राम प्रधान की कितनी सीटों पर चुनाव हुआ. ग्राम पंचायत सदस्य के कितने वार्ड थे, क्षेत्र पंचायत सदस्य के कितने वार्ड थे. वर्ष 2021 में होने वाले पंचायत चुनाव में जिले में ग्राम प्रधान की कितनी सीटों पर चुनाव कराया जाएगा. ग्राम पंचायत सदस्य, क्षेत्र पंचायत सदस्य और जिला पंचायत सदस्य के कितने वार्डों में चुनाव होगा. जिलों से रिपोर्ट मांगी गई है कि कहां कौन से ग्राम पंचायत को नगर पंचायत, नगर पालिका परिषद और नगर निगम में मिलाया गया है. ग्राम पंचायत के नगर पंचायत बनने के बाद जिले में ग्राम प्रधान की कितनी सीटें कम हुई हैं. जिला पंचायत, क्षेत्र पंचायत और ग्राम पंचायत सदस्य के कितने वार्ड कम हुए हैं. उक्त बिंदुओं पर जिले से जानकारी मांगी गई है. जिला पंचायत राज अधिकारी सूचनाएं बनाने में जुटे हुए हैं. गौरतलब है कि सीमा विस्तार के बाद कई ग्राम पंचायतों का क्षेत्र नगरीय क्षेत्रों में दब्दील हुआ है. इसी को लेकर सूचनाएं इकठ्ठा की जा रही हैं.
आरक्षण वाली सीटों पर आयोग की नजर
पंचायत चुनाव को लेकर जल्द ही जिले में सीटों के आरक्षण की प्रक्रिया शुरू होने वाली है. क्षेत्र में राजनीतिक हलहल भी तेज हो गई है. कई जगह ग्राम पंचायतों के नगर पंचायत बनने के बाद से जिले में प्रभावित हुए वार्ड में आंशिक परिसीमन कार्य पूरा हो गया है. शासन द्वारा पंचायत चुनाव के संबंध में जिले से मांगी गई जानकारी भी शासन को भेजी जा चुकी हैं. अब सीटों के आरक्षण की प्रक्रिया शुरू होने वाली है. ग्राम पंचायत चुनाव में सीटों के आरक्षण पर उम्मीदवारों की निगाह टिकी है क्योंकि पूर्व चुनाव में जो सीट जिस वर्ग में आरक्षित थी, वह इस बार उसमें नहीं रहेगी. इसमें बदलाव किया जाएगा.