लखनऊ

यूपी पुलिस की आईजी अमिताभ ठाकुर ने एक एक विछुड़े वृद्ध व्यक्ति को देर रात घर पहुंचाया

Special Coverage News
29 Aug 2018 10:37 AM GMT
यूपी पुलिस की आईजी अमिताभ ठाकुर ने एक एक विछुड़े वृद्ध व्यक्ति को  देर रात घर पहुंचाया
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प्रदेश में अब यूपी पुलिस में मानवता जाग गई. पुलिस के सभी अधिकारीयों से लेकर सिपाही तक अब मानवता के कार्य में बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले रहे है. इसी के चलते मंगलवार शाम आईजी प्रशासन अमिताभ ठाकुर अपनी पत्नी नूतन ठाकुर के साथ मोहल्ले में टहल रहे थे, कि अचानक करीब पचासी साल के एक वृद्ध व्यक्ति ने नूतन को रोक कर कहा कि उन्हें कुछ दिखाई नहीं दे रहा है, उन्हें अपने घर जाना है जो सीधे आगे है.

अमिताभ ठाकुर उन्हें अपने साथ लेकर चले और उनके घर का नंबर पुछा तो उन्हें नंबर मालूम नहीं था. घर का लोकेशन भी ठीक से ज्ञात नहीं था, कभी किसी मंदिर की बात करते, कभी किसी पानी टंकी की और कभी घर के बगल में बूढ़े चौकीदार की. लड़के का नाम याद था किन्तु और कोई बात याद नहीं थी.

अमिताभ ठाकुर ने मोहल्ले में रहने वाले हीरा ठाकुर, पूर्व एमएलसी से गाड़ी माँगकर उन वृद्ध व्यक्ति के साथ करीब पैंतालिस मिनट मोहल्ले में घूमे. हम मोहल्ले के मंदिर तथा पानी टंकी गए. वे सभी जगह कहते कि वे पहचान रहे हैं लेकिन ऐन वक्त कह देते कि उन्हें याद नहीं आ रहा है. हर बात में कहते कि उन्हें रात में दिखाई नहीं देता है और उन्हें रात में नहीं निकलना चाहिए. ड्राईवर हर बार कहते कि जब आप यह जानते हैं तो रात में निकले ही क्यों? यह जरुर है कि वृद्ध व्यक्ति अपने हर वाक्य के अंत में एक ठेट गाली जरुर देते थे जो उनकी उम्र तथा उस समय के हालात में काफी मजेदार लग रहा था.

उन्होंने कहा कि अंत में जब हम निराश होने लगे और यह लगा कि हमें क्या करना चाहिए तो अचानक एक गेट के सामने बैठे चौकीदार दिखे. उन्होंने वृद्ध व्यक्ति को देखते पहचान लिया और पूछा कि कहाँ भटक गए थे. चौकीदार ने बताया कि उस वृद्ध व्यक्ति के लड़के उनका बहुत ख्याल रखते हैं और एक आदमी उन्ही के लिए लगा रखा है, जो अभी घर गया है. उन्होंने बताया अभी पार्क गए थे, वहीँ से कहीं निकल लिए.

अमिताभ ने कहा कि कुल मिला कर हम सब काफी प्रसन्न थे और वृद्ध व्यक्ति भी तेज कदमों से अपने घर चले गए. अंत भला तो सब भला. इस तरह की घटना जीवन की यादगार घटनाएँ बन जाती है. जो हमेशा याद आती है.

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