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बच्चों को शिक्षित करते अनुदेशक-शिक्षामित्रों को कब मिलेगा स्वास्थ्य बीमा का लाभ? नहीं तो मौतें नहीं रुकेंगी
उत्तर प्रदेश में शिक्षा मित्र और अनुदेशक प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विधालय में पढ़ाता है। लेकिन इन दोनों प्राणियों का न तो सरकार द्वारा कोई स्वास्थ्य लाभ दिया जाता है न ही आकस्मिक मौत पर कोई बीमा का लाभ मिलता है। आज भी एक शिक्षा मित्र ने इलाज के अभाव में मौत को गले लगा लिया। प्रा.वि.भगवानपुर क्षेत्र लक्ष्मीपुर में शिक्षामित्र श्री हरीरामजी का इलाज के दौरान स्वर्गवास हो गया। मुख्यमंत्री जी इतनी दयनीय स्थिति मे है शिक्षामित्र कि अपना इलाज तक नही करा सकता है। लिहाजा आप इन्हे स्वास्थ्य बीमा और आकस्मिक मौत पर बीमा का लाभ शीघ्र दें। तभी मौतों का सिलसिला रुकेगा।
उत्तर प्रदेश सरकार को श्रम विभाग द्वारा कई बार नोटिस भी जारी किया गया लेकिन नतीजा ढ़ाक के तीन पात वाला रहा है। उत्तर प्रदेश सरकार इन पोने दो लाख परिवारों के साथ लगातार सौतेला व्यवहार करती नजर आ रही है हालांकि सीएम योगी आदित्यनाथ और पीएम मोदी ने दोनों की जिम्मेदारी ली थी।
अब चूंकि लोकसभा चुनाव की तैयारी शूर हो चुकी है तो शिक्षा मित्रों और अनुदेशकों को अपनी बात सीएम योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को याद दिलाने की जरूरत है ताकि भूली बात याद करके इन दोनों अल्प वेतन भोगी कर्मचारियों का भविष्य तय हो सके।
शाम को अपनी आवाज पीएम मोदी तक और सीएम योगी तक पहुचाने के लिए जरूर जुड़ें ताकि आपकी पुरानी बात याद दिला सकें।