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शिक्षामित्रों के सबसे बड़े दुश्मन शिक्षामित्र आखिर क्यों? अब यह पत्र और पोस्ट हुआ वायरल
उत्तर प्रदेश के उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष शिव कुमार शुक्ला ने आज शिक्षा मित्रों को एक पोस्ट लिखा है। जिसमें उन्होंने लिखा है कि शिक्षा मित्र अपना खुद दुश्मन न बनें और उनसे एक अपील भी की है कि इस पर प्रदेश का हर एक शिक्षामित्र विचार करें।
शिवकुमार शुक्ला द्वारा लिखा गया पत्र
उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ ने पहल किया है तो 1 वर्ष काम करने का अवसर भी मिलना चाहिए बीच में लोग ना आए तो अच्छा है।
साथियों उत्तर प्रदेश में शिक्षामित्रों की समस्याओं के समाधान के लिए पूरे प्रदेश से एकत्रित होकर शिक्षा मित्रों ने एक संगठन का निर्माण किया जिसका नाम उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ रखा गया जब लोगों को लगा कि यह संगठन उत्तर प्रदेश में सबसे बड़ा संगठन बन गया है तो उसको तोड़ कर दूसरा संगठन बना दिया गया और धीरे-धीरे अपनी व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा की पूर्ति के लिए तमाम संघ बन गए और लगातार उन्होंने उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ को कमजोर करने की चाहत में वास्तव में उत्तर प्रदेश के शिक्षामित्रों को कमजोर कर दिया जब-जब उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ ने शिक्षामित्रों की भलाई के लिए, अच्छे भविष्य के लिए कोई कदम आगे बढ़ाया तो उसके बाद हमारे अपने बीच के लोगों ने सिर्फ संगठन को नीचा दिखाने के लिए शिक्षामित्रों के गलों को घोटने का काम किया है मैं याद दिलाना चाहता हूं शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक बनाने की बात चल रही थी तो विभागीय टीईटी का विरोध करके किसने शिक्षामित्रों को बर्बाद करने का काम किया, सुप्रीम कोर्ट से समायोजन निरस्त करने के बाद 17000 रूपये मानदेय की फाइल को फाड़कर फेंकने का किसने काम किया, बनारस में माननीय प्रधानमंत्री जी को काला झंडा दिखाने का किसने काम किया, कानपुर में माननीय मुख्यमंत्री जी और माननीय प्रधानमंत्री जी को अपशब्द कहने का किसने काम किया जिससे उत्तर प्रदेश की वर्तमान सरकार ने नाराजगी में आपके लिए एक काम भी नहीं किया और पिछले 5 साल में कतिपय लोगों द्वारा जिनमें कन्नौज, इलाहाबाद, अयोध्या, सीतापुर, सहारनपुर, के लोगों द्वारा आज हो रहा है कल हो रहा है अब हो जाएगा आदि कह कर संगठन को कोई भी कार्यक्रम ना करने के लिए विवश किया और आज जब उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ की प्रांतीय कार्यकारिणी ने सम्मानित जिला अध्यक्षों के साथ बैठक कर सरकार से समन्वय स्थापित कर कार्यक्रम करने की रणनीति बनाई जिसमें 25 दिसंबर, 2 जनवरी और 12 जनवरी का कार्यक्रम प्रस्तावित हुआ और आपके द्वारा किए गए सभी कार्यक्रम सफल भी रहे इसका परिणाम भी आपको दिख रहा है कि शासन में आनन-फानन बैठक भी हो गई है और आप की समस्याओं के समाधान हेतु सरकार ने अपने कदम आगे बढ़ा दिए हैं यह देखकर कुछ लोगों को हजम नहीं हो रहा है उनके पेट में दर्द बढ़ गया है शिक्षामित्रों का भविष्य पुन: अच्छा होने की राह पर है ऐसे लोगों ने सीधे चोट ना करके आपके ही बीच के कुछ लोगों को उत्तेजित कर फिर से संगठन संगठन का खेल खेलने के लिए आगे बढ़ा दिया है अब आपको विचार करना है कि 22 साल तक अगर शिक्षामित्रों के जीवन में दुख परेशानी और अकाल मौतों का जाल बिछा है तो सिर्फ इसी वजह से और फिर ऐसे लोगों का साथ आप लोगों ने दिया तो उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ को इसका दोषी मत ठहराना साथियों उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ ने सदैव शिक्षामित्र हित में निर्णय लिए हैं और आगे भी लेता रहेगा लेकिन मेरा हाथ जोड़कर निवेदन है कि शिक्षामित्रों के भविष्य के साथ गंदा खेल खेलने वालों के बहकावे में मत आना अन्यथा हम सब अपने ही पैर पर कुल्हाड़ी मारेंगे और हमारे बच्चे हमें कभी माफ नहीं करेंगे आप सभी लोगों को सच्चाई का पता है आप लोग पढ़े लिखे लोग हैं कृपया शिक्षामित्रों को बरगलाने वाले लोगों को दो टूक जवाब दें और अपने भविष्य को सुरक्षित करने के लिए अपनी चट्टानी एकता को बरकरार रखें।।।
आपका
शिव कुमार शुक्ला प्रदेश अध्यक्ष उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ उत्तर प्रदेश
सुशील यादव प्रदेश महामंत्री उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ
साथ में ये पत्र भी वायरल हो रहा है