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यूपी के 80 सांसदों में से क्या कोई लोकसभा के विशेष सत्र में उठाएगा अनुदेशकों और शिक्षा मित्रों का मुद्दा
उत्तर प्रदेश से 80 सांसद चुनकर लोकसभा में जाते है। जबकि 50 से ज्यादा सांसद राज्यसभा में भी रहते है। इसमें से कितने सांसदों से मिलकर शिक्षा मित्र अनुदेशक अपने नियमितीकरण की मांग की गुहार लगा चुका है।
बीते चार चुनाव 2014 लोकसभा , 2017 विधानसभा चुनाव , 2019 लोकसभा चुनाव , 2022 विधानसभा के चुनाव में सभी ने मिलकर बीजेपी का परचम लहराया। इस दौरान बीजेपी के सभी बड़े नेता और पीएम मोदी लगातार नियमित किए जाने का विश्वास भी दिलाते रहे। साथ ही अनुदेशक के 17000 हजार देने की बात तो यूपी बीजेपी के ट्विटर हेंडील से शेयर की गई है। उसको लेकर लोग आज तक सवाल करते है।
अभी बीते 3 सितंबर को सभी शिक्षा मित्रों ने अपने अपने क्षेत्र के सभी सांसदों को अपना मांग पत्र दिया। इसको लेकर प्रयागराज की सांसद रीता बहुगुणा जोशी और गोंडा के सांसद कीर्तिवर्धन सिंह ने इस मांग पत्र को सीएम योगी के पास भी भेजा है जबकि पीएम से भी इस बाबत बात करने की बात कही है। इस सबके वावजूद भी क्या संसद के विशेष सत्र में कोई सांसद इस पर सवाल उठाएगा। अगर सदन में यह सवाल उठा तो इन पौने दो लाख परिवारों को लाभ मिल जाएगा जिसका सीधा सीधा फायदा सवाल उठाने वाले दल को मिलेगा।
अभी अनुदेशक और शिक्षा मित्र लगातार सांसदों से संपर्क करता रहा है। अब देखना यह होगा कि इस प्रकरण में कितने जल्द कोई लाभ होगा यह सवाल अभी भी अंधेरे में दिख रहा है, वहीं अनुदेशक शिक्षा मित्रों की लगातार मौतें हो रही है।
इस सब पर ख़ामोशी से सरकार की तरफ अनुदेशक और शिक्षा मित्र कातर निगाह से देख रहा है।