- होम
- राष्ट्रीय+
- वीडियो
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- शिक्षा
- स्वास्थ्य
- आजीविका
- विविध+
- Home
- /
- राज्य
- /
- उत्तर प्रदेश
- /
- लखनऊ
- /
- लोकसभा संग्राम 63–...
लोकसभा संग्राम 63– क्या प्रियंका गांधी यूपी की सियासत में दिखा पायेगी अपना दम,उम्मीदों से भरी है कांग्रेसियों की चुनावी ईवीएम
लखनऊ से तौसीफ़ क़ुरैशी
राज्य मुख्यालय लखनऊ। यूपी की राजधानी लखनऊ की फ़िज़ाओं में कांग्रेस की नवनियुक्त महासचिव प्रियंका गांधी के नारों की गूँज रही साथ ही चौकीदार चोर के नारे भी ख़ूब गूँज रहे थे।लोकसभा चुनावों का एलान होने में अब कुछ ही दिन बचे है इसी को लेकर सियासी दल अपनी-अपनी चाले चल रहे है सबसे बड़ा सियासी संकट अगर किसी दल के पास है तो वह कांग्रेस में है इसी लिए उसने अपना सबसे बड़ा पत्ता चल दिया है सियासी हलको में इस बात पर मंथन हो रहा कि क्या यूपी में बेदम कांग्रेस में प्रियंका गांधी जान डाल सकती है उम्मीदों से भरी कांग्रेसी नेताओं और कार्यकर्ताओं की चुनावी ईवीएम को भर सत्ता की दहलीज़ पर ले जा पाएगी ?
इसपर सियासी पण्डितों का मानना है कि प्रियंका गांधी का फ़ायदा कांग्रेस को होगा इससे तो इंकार नही किया जा सकता है लेकिन देखना इस बात का है कि अगर कांग्रेस को अपने दम पर चुनाव में जाना पड़ा तो क्या प्रियंका के पास ऐसी कोई जादू की छड़ी है कि वह घूमाकर बेदम कांग्रेस को खड़ा कर देगी ऐसा कुछ होने नही जा रहा है हाँ इतना कहा जा सकता है कि वेंटिलेटर पर पड़ी कांग्रेस में साँस आने लगेगी।वैसे आज के प्रियंका गांधी के रोड शो की कामयाबी ने मोदी की भाजपा व सपा-बसपा के गठबंधन की सांसे फुला दी है कांग्रेस के रणनीतिकारों का मानना है कि यूपी में हमारा लक्ष्य 2019 नही बल्कि 2022 है।2019 में जो अच्छा हो सके वो करेगे जो भी होगा 2014 से बेहतर ही होगा कांग्रेस के पास खोने को कुछ भी नही है।
प्रियंका के रोड शो में प्रदेश भर से कांग्रेस के कार्यकर्ता व नेता उसकी सफलता के लिए आए हुए थे रोड शो के पूरे मार्ग पर कांग्रेसियों का हुजुम उमड़ा था हर और से फूलो की वर्षा की जा रही थी स्वागत हो रहा था एयरपोर्ट से लेकर कांग्रेस के कार्यालय तक बीस किमी का लंबा रास्ता कार्यकर्ताओं ने पैदल ही तय किया कोई थकावट नही दिखी कांग्रेसियों का जोश देखते ही बन रहा था जिस बस पर प्रियंका गांधी सवार थी उस पर उनके साथ राहुल गांधी,ज्योतिरादित्य सिंधिया ,प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर ,पी एल पुनिया , प्रमोद तिवारी , जितिन प्रसाद,आरपीएन सिंह, आदि सरीखे नेता उनके साथ बस पर सवार थे।कांग्रेस ने रोड शो के पूरे मार्ग सहित लखनऊ को झण्डों होर्डिंग कटआउटों से पाट रखा था।प्रियंका की धमाकेदार एंट्री से गठबंधन में एक बार फिर कांग्रेस को लेकर विचार हो सकता है सोशल मीडिया पर ऐसी ख़बरें चल रही है कि गठबंधन ने कांग्रेस को 14-15 सीटें देने का ऑफ़र दिया गया है और कांग्रेस 30 सीटों पर अड़ी है जबकि ऐसी ख़बरों की पुष्टी नही हुई है कि गठबंधन से कांग्रेस को कोई ऑफ़र दिया गया है लेकिन कांग्रेसी सोशल मीडिया पर आई उन ख़बरों से खासे उत्साहित नज़र आ रहे है उत्साहित होने की बात भी है अगर कांग्रेस गठबंधन में शामिल हो जाती है तो मोदी की भाजपा के लिए बहुत मुश्किल हो जाएगी उसके लिए एक सीट जीतना भी भारी हो जाएगा ये ऐसी सच्चाई है जिसे मोदी की भाजपा सार्वजनिक तौर पर स्वीकार नही कर सकती लेकिन अंदर खाने वो इसे स्वीकार कर लेगी सियासी पण्डित यह भी कहते है कि हो सकता है मोदी के टोक्यो (वाराणसी)से परिधान मंत्री चुनाव हार जाए इसमें कोई अचंभा नही होगा क्योंकि कांग्रेस के गठबंधन में शामिल होते ही ये तय हो जाएगा।
कांग्रेस के रणनीतिकारों का मानना है कि प्रियंका गांधी का रोड शो कामयाब होने से गठबंधन को हमें लेने पर विचार करना पड़ेगा और अगर नही करेगा तो इसका नुक़सान भी हो सकता है।प्रियंका गांधी पूरे समय कार्यकर्ताओं के साथ खिलखिलाती और सीधे संवाद करती रही कही बच्चे को गोद में लेकर उसे चूमती नज़र आई तो कही कार्यकर्ता से हाथ मिलाती नज़र आई प्रियंका की यही अदा जनता को पसंद आती है जिसकी वजह से कांग्रेस के नेता मानते है कि कांग्रेस अच्छा प्रदर्शन करेगी।
रोड शो में शामिल कार्यकर्ताओं में से कुछ ने अपने शरीर पर चौकीदार चोर है लिख रखा था जिसकी राहुल गांधी व प्रियंका गांधी ने अपने-अपने मोबाइल से फ़ोटो लिए पूरे रोड शो के दौरान राहुल ने राफ़ेल को भी मुद्दा बनाने की कोशिक की जिसमें वह कामयाब रहे पूरा रोड शो चौकीदार चोर है के नारों से गूँजता रहा जनता खुद भी चौकीदार चोर है के नारे लगा रही थी। इस रोड से कांग्रेस को चुनाव में कितना फ़ायदा होगा या नही होगा यह कहना तो जल्दबाज़ी होगी पर हा यह कहना ग़लत नही होगा कि राफ़ेल के मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरने के लिए देश के सबसे बड़े सूबे में मौक़ा मिल गया वो भी प्रदेश के कोने-कोने से आए लोगों के बीच।
राफ़ेल के मुद्दे पर कांग्रेस मोदी की सरकार को किसी क़ीमत पर छोड़ने के लिए तैयार नही है कांग्रेस सूत्रों का दावा है कि राफ़ेल जहाज़ में हुए घोटाले में मोदी को चोर साबित कर दिया जाएगा कांग्रेस के पास सबूत है कि चौकीदार ने अनिल अंबानी को तीस हज़ार करोड़ रूपये चोरी करने दिए है। एक बात और खुलकर सामने आ गई है कि अगर यूपी में कांग्रेस गठबंधन में शामिल हो जाती है तो इसका फ़ायदा कांग्रेस को देशभर में भी होगा यह संदेश जाएगा कि कांग्रेस ओर उसका गठबंधन यूपी से अस्सी सीट जीत रहा है और देश के अन्य प्रदेशों से भी कांग्रेस जीतेगी यह क़यास लगने लगेंगे कि केन्द्र में कांग्रेस की सरकार आने जा रही है कही कांग्रेस की बम्पर जीत न सुनिश्चित हो जाए ऐसी संभावनाओं से भी इंकार नही किया जा सकता है।