लखनऊ

उत्‍तर प्रदेश में आगजनी, तोड़फोड़ करने वालों के घर भेज रही नोटिस योगी सरकार

Special Coverage News
21 Dec 2019 9:55 AM GMT
उत्‍तर प्रदेश में आगजनी, तोड़फोड़ करने वालों के घर भेज रही नोटिस योगी सरकार
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मुख्यमंत्री ने जनता से अपील की कि वह अफवाहों पर यकीन नहीं करे और उपद्रवी तत्वों के उकसावे में न आएं।

लखनऊ:यूपी में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में हुए प्रदर्शनों के बाद सार्वजनिक सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ सूबे की योगी आदित्‍यनाथ सरकार ने कार्रवाई शुरू कर दी है। यूपी पुलिस ने ऐसे लोगों को चिन्हित कर उन पर जुर्माना लगाकर, उन्हें वसूली नोटिस भेजना शुरू कर दिया है। जुर्माना नहीं चुकाने पर सम्पत्ति को कुर्क करने की बात हो रही है।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, 19 दिसंबर को हुई हिंसा के बाद पुलिस ने उपद्रवियों को सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से चिन्हित किया है और इसी के आधार पर उन पर कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है। उधर, लखनऊ में हुई हिंसा के मामले में पकड़े गए आधा दर्जन से ज्यादा लोगों का पश्चिम बंगाल से कनेक्शन सामने आया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, लखनऊ में हिंसा के दौरान इन्हें पश्चिम बंगाल से बुलाया गया था।

लखनऊ में करीब 218 लोग गिरफ्तार: डीजीपी

पुलिस महानिदेशक ओम प्रकाश सिंह ने बताया कि उग्र प्रदर्शन मामले में सैकड़ों लोगों को गिरफ्तार किया गया है। लखनऊ में ही करीब 218 लोग गिरफ्तार हुए हैं। डीजीपी ने कहा, 'मामले की जांच जारी है। प्रदर्शन में एनजीओ और बाहरी तत्व शामिल हो सकते हैं। हम जांच करा रहे हैं और किसी को छोड़ा नहीं जाएगा। निर्दोष को कोई परेशानी नहीं होगी।'

-डीजीपी ने कहा, 'अब तक प्रदेश में 9 लोगों की मौत हुई है। जिन लोगों की मौत हुई है, वे क्रॉस फायरिंग में मारे गए हैं। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में स्थिति साफ हो जाएगी। मृतकों की संख्या बढ़ सकती है।' इससे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने संशोधित नागरिकता कानून को लेकर फैलाए जा रहे बहकावे में नहीं आने की अपील करते हुए शनिवार को कहा था कि उपद्रव और हिंसा की छूट किसी को नहीं दी जा सकती।

नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में यूपी के 12 शहरों में हिंसक प्रदर्शन हुए जिसमें 11 लोगों की मौत हो गई और 20 से ज्यादा गंभीर रूप से घायल हो गए। नागरिकता संशोधन कानून व एनआरसी के विरोध में कानपुर नगर, मेरठ, बिजनौर, गोरखपुर, फिरोजाबाद, भदोही, बहराइच, फर्रुखाबाद, मुजफ्फरनगर, बुलंदशहर, शामली, वाराणसी और संभल में लोग धारा 144 को धता बताते हुए सड़कों पर उतर आए और हिंसक प्रदर्शन किए। कई शहरों में कर्फ्यू जैसे हालात हो गए और इंटरनेट बैन कर दिया गया जिससे लोगों की जिंदगियां थम गईं। तस्वीरों में देखिए, यूपी में कैसे लगी अमन को आग-

कानपुर में जलाए वाहन

कानपुर में जुमे की नमाज के बाद अलग-अलग इलाके से उठे जुलूसों ने शहर का माहौल बिगाड़ दिया। बाबूपुरवा में शुक्रवार को उपद्रवियों ने राहगीरों की गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। भीड़ को समझाने की कोशिश में एसएसपी अनंत देव फंस गए। हिंसा में 2 की मौत हो गई और 6 पुलिसवाले भी जख्मी हुए हैं।

कानपुर में 25 गिरफ्तार

कानपुर में हुए हिंसक प्रदर्शन में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस प्रशासन ने एहतियातन इंटरनेट सेवा बंद कर दी है।

आग में जला मुजफ्फरनगर

मुजफ्फरनगर और मेरठ में भी जुमे की नमाज के बाद काली पट्टी बांधकर प्रदर्शनकारियों ने विरोध जताया। मुजफ्फरनगर में तीन पुलिसकर्मी सहित 14 घायल हो गए। यहां दर्जनों वाहन समेत पुलिस चौकी को भी फूंक दिया गया।

मेरठ में पुलिस चौकी फूंकी

मेरठ में हापुड़ रोड पर उपद्रवियों ने इस्लामाबाद पुलिस चौकी फूंक दी। हापुड़ रोड पर जुलूस निकाल रहे लोगों ने पुलिस की गाड़ियों पर पथराव किया और कई निजी वाहन भी तोड़ डाले।

प्रदर्शनकारियों ने की फायरिंग

मेरठ में प्रदर्शनकारियों की ओर से भी फायरिंग हुई। मुजफ्फरनगर से रेफर होकर मेरठ आए नूर ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। वहीं, आनंद अस्पताल में आसिफा व आसिफ की मौत की खबर है।

बिजनौर में पुलिस पर पथराव

बिजनौर में भी नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन हुए। यहां गोली लगने से दो की मौत हो गई। इसके अलावा तीन गोली लगने से घायल हो गए।

गोरखपुर में पुलिस-प्रदर्शनकारी आमने-सामने

गोरखपुर में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच जमकर बवाल हुआ। शहर के घंटाघर, शाहमारूफ, चौक, नक्खास, खूनीपुर और इस्माइलपुर सहित कई इलाकों में हिंसक प्रदर्शन हुए।

पुलिस की गाड़ी में फेंके पत्थर

गोरखपुर में पुलिस की गाड़ियों पर प्रदर्शनकारियों ने पथराव किया। खूनीपुर में अंजुमन इस्लामिया के सामने पुलिस पर पत्थर फेंके गए। नक्खास में पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया।

सीतापुर में कानून के खिलाफ प्रदर्शन

सीतापुर में रेलवे स्टेशन के बाहर तिरंगा झंडा लेकर नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ लोगों ने प्रदर्शन किया।

सांसद शफीकुर रहमान बर्क के खिलाफ मामला दर्ज

चंदौसी में उपद्रवियों ने पुलिस पर जमकर पथराव किया। पुलिस ने निषेधाज्ञा के उल्लंघन के लिए स्थानीय सांसद शफीकुर रहमान बर्क और अन्य के खिलाफ शुक्रवार को मामला दर्ज किया गया है।

फिरोजाबाद में भी बवाल

फिरोजाबाद जिले में भी नागरिकता कानून को लेकर प्रदर्शन हुआ। यहां पर उपद्रवियों ने पुलिस की गाड़ियों के साथ-साथ आम लोगों की को आग के हवाले कर दिया। हिंसा में एक की मौत भी हो गई।

अयोध्या में निकाला जुलूस

अयोध्या में भी धारा 144 का उल्लंघन कर जुलूस निकाला गया। जानकारी के मुताबिक, सबरजीत मंडी से कुछ नवयुवक नारे लगाते हुए निकल पड़े और जुलूस को कसाईबाड़े तक ले गए। भारी पुलिस के बीच जुलूस वापस लौट गया।

बहराइच में पुलिस पर पथराव

बहराइच में जुमे की नमाज के बाद नागरिकता संशोधन कानून का विरोध कर रहे लोगों ने पुलिस टीम पर पथराव कर दिया। पथराव की वजह से बचाव के लिए पुलिस टीम ने भीड़ पर फायरिंग की और आंसू गैस के गोले दागे।

अलीगढ़ में भी प्रदर्शन

अलीगढ़ जिले में भी शाह जमाल ईदगाह पर प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। इस घटना के बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया।

उपद्रव और हिंसा करने की छूट किसी को नहीं: योगी

योगी ने कहा, 'कानून को हाथ में लेकर उपद्रव और हिंसा करने की छूट किसी को नहीं दी जा सकती। संशोधित नागरिकता कानून पर फैलाए जा रहे भ्रम और बहकावे में कोई भी न आए।' उन्होंने कहा कि प्रदेश में हर व्यक्ति को सुरक्षा प्रदान करने का दायित्व उत्तर प्रदेश सरकार का है और पुलिस हर व्यक्ति को सुरक्षा प्रदान कर रही है। मुख्यमंत्री ने जनता से अपील की कि वह अफवाहों पर यकीन नहीं करे और उपद्रवी तत्वों के उकसावे में न आएं।

उन्होंने शांति बहाली की अपील करते हुए पुलिस प्रशासन को निर्देश दिए है कि वह संशोधित नागरिकता कानून पर अफवाह फैलाकर लोगों को गुमराह करने और हिंसा फैलाने वाले तत्वों का पता लगाए। योगी ने दोहराया कि जहां भी सार्वजनिक संपत्ति को उपद्रवियों ने क्षति पहुंचायी है, उस संपत्ति की भरपाई, विडियो फुटेज तथा अन्य पुष्ट प्रमाणों के आधार पर चिन्हित किए जा रहे उपद्रवियों की संपत्तियों को जब्त करके की जाए।

कासगंज में इंटरनेट बंद, बहराइच में 38 अरेस्‍ट

उधर, कासगंज जिले में इंटरनेट सेवा एहतियातन बंद कर दी गई है, ताकि सोशल मीडिया के जरिए फैलायी जाने वाली अफवाहों को रोका जा सके। पुलिस ने शनिवार को बताया कि विरोध प्रदर्शनों के चलते पुलिस प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। बहराइच में तनाव को देखते हुए पुलिस ने 38 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया है। यहां शुक्रवार को हुई हिंसा में 10 पुलिसकर्मियों सहित करीब दो दर्जन लोग घायल हो गए थे। संवेदनशील माहौल एवं सोशल मीडिया के गलत इस्तेमाल की आशंका के मद्देनजर शहर में अगले आदेश तक इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगा दी गई हैं।

भदोही में 200 के खिलाफ केस दर्ज

भदोही में शनिवार को 24 लोगों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस अधीक्षक राम बदन सिंह ने बताया कि शुक्रवार को मार्च निकाल रही भीड़ ने पुलिस पर पथराव किया था और कई वाहन क्षतिग्रस्त कर दिए थे। इस संबंध में 27 नामजद और 200 अज्ञात उपद्रवियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पूरे जिले में सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने के मद्देनजर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। स्थिति तनावपूर्ण किंतु नियंत्रण में है।

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