मैनपुरी

शिवम् चौहान हत्याकांड का मैनपुरी पुलिस ने किया खुलासा, बड़ा भाई ही निकला मास्टर माइण्ड हत्यारा

Arun Mishra
18 Aug 2020 4:06 PM IST
शिवम् चौहान हत्याकांड का मैनपुरी पुलिस ने किया खुलासा, बड़ा भाई ही निकला मास्टर माइण्ड हत्यारा
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एसएसपी अजय कुमार पांडेय ने इस ब्लाइण्ड मर्डर का खुलासा कर दिया है

मैनपुरी : यूपी के जनपद मैनपुरी में शिवम् चौहान हत्याकांड में पुलिस ने सफलता प्राप्त कर ली है। एसएसपी अजय कुमार पांडेय ने इस ब्लाइण्ड मर्डर का खुलासा कर दिया है। जिसमें बड़ा भाई ही कातिल निकला है। दरअसल, थाना कुरावली के ग्राम सोनई में शिवम् चौहान नाम के युवक की हत्या हुई थी इस मामले में इसी माह 12 अगस्त को मृतक की माँ ने अज्ञात में मुक़दमा दर्ज कराया। परन्तु, अगले ही दिन गाँव के चार लोगों को नामज़द करते हुए दूसरी तहरीर भी दी गई थी।

बड़ा भाई सूरज उर्फ़ बिक्की ही निकला मास्टर माइण्ड हत्यारा...

दिल्ली में होम डिलीवरी ब्वाय का काम करता था बिक्की। बक़ौल बिक्की, भाई की आक्रामक हरकतों और शराब की लत से पूरा घर परेशान हो चुका था। उसके बाद बिक्की ने रची हत्या की साज़िश।

हत्या से पहले हत्यारा बिक्की दिल्ली से बाइक चलाते हुए आया था और मैनपुरी सिटी के नामी होटेल टी आर इन में रूका था। पुलिस ने सीसीटीवी फ़ुटेज को क़ब्ज़े में ले लिया है। बिक्की के दो दोस्तों, अभिषेक राणा और रामेन्द्र कृष्ण ने पिस्टल, कारतूस व नशीली गोलियाँ सप्लाई की थीं तथा हत्या की पूरी प्लानिंग में साथ रहे थे।

उसके बाद पूरी तैयारी के साथ बिक्की अपने गाँव के पास तक गया और फ़ोन करके अपने भाई को जन्मदिन सेलीब्रेट करने के बहाने बुलाया। मृतक का बर्थ डे 12-अगस्त को ही था। फ़ोन के वक्त मृतक शिवम् चौहान जन्माष्टमी पर गाँव में ही डांस कर रहा था। वह तुरंत चल पड़ा। उसके बाद हत्यारे सूरज उर्फ़ बिक्की ने उसे स्प्राइट में नशीली गोलियाँ मिलाकर पिलाई। बेहोशी की हालत में पिस्टल कॉक करके उसके ऊपर गोली चलाई, पर पिस्टल में ही राउण्ड फँस गया। वह चल न सकी। इसके बाद बिक्की ने पास ही में पड़ी ईंट से शिवम् के सिर में मारकर हत्या कारित कर डाली, और मौक़े से फ़रार हो गया था।

बिक्की को गिरफ़्तार किया गया, उसकी निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त ईंट, स्प्राइट की बॉटल, और मोटर साइकिल बरामद किया गया। आज बिक्की और अभिषेक राणा को जेल भेजा जा रहा है। तीसरे अभियुक्त, रामेन्द्र कृष्ण उर्फ जॉनी को भी शीघ्र ही गिरफ़्तार किया जाएगा।

सटीक,निष्पक्ष और सही सही खुलासा करने के कारण 4 निर्दोष लोग जेल जाने से बच गए हैं। इस बात पर पुलिस की कार्यप्रणाली की भूरि भूरि प्रशंसा हो रही है। फलत:, पुलिस टीम को 20,000 रूपए का नक़द ईनाम प्रदान किया गया है।

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