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- Love Story का दुखद...
Love Story का दुखद अंत: प्रेमी युगल ने एक साथ पेड़ पर एक ही दुपट्टे से फंदा लगाकर दे दी अपनी जान, पूरे गाँव में पसरा मातम
उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले में प्रेम कहानी का दुखद अंत हुआ। यहां एक प्रेमी युगल ने एक साथ पेड़ पर एक ही दुपट्टे से फंदा लगाकर अपनी जान दे दी। लेकिन मौत से पहले दोनों ने ऐसा कुछ किया, जिसे कोई न रोक सका। बताया गया है कि जब दोनों की लाश को पेड़ से उतारा गया तो प्रेमिका की मांग में सिंदूर भरा हुआ था। माना जा रहा है कि मरने से पहले प्रेमी ने प्रेमिका की मांग भरी और उसे अपनाते हुए एक साथ दुनिया को अलविदा कह दिया।
मरने से चंद लम्हों पहले बनी सुहागिन
थाना घिरोर क्षेत्र के गांव गड़ारा निवासी बनारसी जीते जी तो वीकेश की पत्नी नहीं बन सकी, लेकिन मरने से चंद लम्हों पहले वह सुहागिन बनी। वीकेश ने उसकी मांग भरी थी। इसके कुछ देर बाद ही दोनों ने फंदा लगाकर जान दे दी थी। गड़ारा में वीकेश और बनारसी की प्रेम कहानी के दुखद अंत ग्रामीणों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है। एक असफल प्रेम कहानी में गांव गड़ारा की रहने वाली बनारसी और वीकेश का नाम भी शामिल हो गया है।
नियति को नहीं था ये मंजूर
गांव स्थित पुराने घर में इस प्रेमी जोडे़ के बीच जीवन को लेकर जो फैसला लिया गया। वह तो सभी के सामने हैं। लेकिन खुदकुशी की वजह भी अब काफी हद तक साफ हो रही है। दोनों एक साथ रह कर तमाम जिंदगी जीना चाहते थे। लेकिन नियति को यह मंजूर नहीं था। तभी तो दोनों के परिजन इस रिश्ते के खिलाफ थे। दोनों के बीच दूरियां बनाई गईं। लेकिन वह भी ज्यादा दिन नहीं टिक सकी। आखिरकार बुधवार को दोनों ने जान देने का फैसला कर लिया। जान देने से पहले बनारसी ने वीकेश की पत्नी बनने का अपना सपना चंद लम्हों के लिए भरपूर जिया। दोनों ने मरने से पहले शादी रचाई और वीकेश ने बनारसी की मांग भी भरी थी।
गमगीन माहौल में हुआ अंतिम संस्कार
गड़ारा निवासी वीकेश और बनारसी के शव बुधवार की शाम को गांव पहुंचे तो कोहराम मच गया। दोनों के परिजन इस दुखद अंत से गमगीन थे। ग्रामीणों की मौजूदगी के बीच वीकेश और बनारसी के परिजन ने शवों के अंतिम संस्कार किए। गड़ारा में प्रेमी युगल की मौत के बाद मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है।