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- जाने एक दोस्त ने कैसे...
जाने एक दोस्त ने कैसे निभाई अपनी दोस्ती? दोस्त के साथ दे दी अपनी भी जान
एक चौंकाने वाली घटना में यमुना नदी के तट पर अपने दोस्त की चिता में कूदने के बाद एक व्यक्ति की मौत हो गई ,lसिरसागंज सर्किल ऑफिसर (सीओ) प्रवीण तिवारी ने बताया कि नगला खंगर थाना क्षेत्र के रहने वाले 42 वर्षीय अशोक कैंसर से पीड़ित थे और शनिवार की सुबह उनका निधन हो गया.फिरोजाबाद के रहने वाले अशोक कुमार और आनंद गौरव राजपूत के बीच बचपन से गहरी दोस्ती थी. अशोक कैंसर से पीड़ित था. इस बीमारी ने उसकी जान ले ली. मौत के बाद घर में कोहराम मच गया. जिसके बाद अंतिम संस्कार के लिए परिवार और रिश्तेदार अशोक का शव लेकर घाट पहुंच गए. यहां पर अशोक की चिता जलाकर परिजन घर वापस आ गए।
उनका अंतिम संस्कार सुबह करीब 11 बजे यमुना के तट पर किया गया और वहां मौजूद लोगों में उनके 40 वर्षीय दोस्त आनंद भी शामिल थे। सीओ ने कहा कि जब लोग श्मशान स्थल से निकलने लगे तो आनंद अचानक चिता में कूद गए।
अधिकारी ने कहा कि वहां खड़े लोगों ने उसे चिता से बाहर निकाला और जिला अस्पताल ले गए, जहां से उसे आगरा मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया।
गौरव रोते हुए वह अचानक दोस्त की जलती चिता पर कूद गया. गौरव को ऐसा करता देख वहां आसपास के लोग चीखने लगे. ऐसे में कुछ लोगों ने जल्दी गौरव को जलती आग से नीचे उतारा. जिसके बाद उसे उपचार के लिए फिरोजाबाद के सरकारी ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया. प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने आगरा रेफर कर कर दिया. आगरा पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो गई. डॉक्टरों ने बताया कि गौरव का 90 फीसदी शरीर आग से झुलस गया था.
हालांकि, आनंद ने आगरा ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया,उन्होंने कहा कि आनंद के परिवार के सदस्यों से संपर्क करने का प्रयास किया जा रहा है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अशोक और गौरव के बीच गहरी दोस्ती थी. इन दोनों की मुलाकात स्कूल में प्राथमिक शिक्षा के दौरान ही हुई थी. तब से ही दोनों एक दूसरे पर जान छिड़कते थे. कुछ महीने पहले ही डॉक्टरों ने अशोक को कैंसर बन बताया था.