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लैरो दोनवार के प्रधानपति से पहले 25 हजार की डिमांड, फिर देने लगा गाली
मऊ जनपद पुलिस फर्जी डीएम बनकर सीडीओ से रंगदारी मांगने वाले की गिरेबां तक पहुंच भी नहीं सकी कि सोमवार को एक और प्रकरण सामने आ गया। मऊ डीएम का स्टेनो बनकर किसी शातिर ने मोबाइल पर जिला पंचायत सदस्य जितेंद्र गोयल को दो सौ लाठी मरवाने की धमकी दी। दूसरे सदस्य अखिलेश राजभर ने उस नंबर पर काल किया तो उनसे भी तू-तड़ाक की भाषा में अमर्यादित ढंग से बात किया। उन्हें डीएम आफिस में बुलाया। प्रकरण के मूल में कोपागंज ब्लाक के लैरो दोनवार गांव में सार्वजनिक रास्ते का निर्माण रोका जाना है। इस घटना से समूचे जिला पंचायत सदस्य आक्रोशित हैं। जिलाधिकारी अरुण कुमार से मिलकर दोषी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
कोपागंज ब्लाक क्षेत्र के लैरो दोनवार गांव की राजभर बस्ती में जाने वाले रास्ते को लेकर पिछले दिनों से विवाद चल रहा है। लेखपाल की पैमाइश के बाद ग्राम प्रधान द्वारा खड़ंजा का कार्य शुरु ही कराया गया था। गांव के ही कुछ लोगों ने आपत्ति जताते हुए काम को रोक दिया था। मामले की जानकारी होने पर कोपागंज पुलिस ने प्रधानपति बच्चेलाल राजभर व तीन-चार विपक्षियों का शांतिभंग की आशंका की धारा 151 में चालान कर दिया। इसी मसले को लेकर सबसे पहले 31 जुलाई को प्रधानपति की मोबाइल पर एक नंबर से काल आई। उन्होंने रिसीव किया तो काल करने वाले ने खुद को कमिश्नर आजमगढ़ का स्टेनो बताया।
बच्चेलाल ने स्टेनो समझकर अभिवादन भी किया। काल करने वाले ने लैरो दोनवार गांव में रास्ते का निर्माण कराने को कमिश्नर से आदेश करा देने की बात कही। यह भी कहा कि जल्द ही मऊ सीडीओ व घोसी क्षेत्राधिकारी मौके पर जाएंगे और रास्ते का निर्माण करा देंगे। एक बैंक एकाउंट नंबर बताते हुए काम कराने के एवज में 25 हजार रुपये की डिमांड की गई। प्रधानपति काल करने वाले की बात को सुनकर गोलमटोल बतियाकर बात को टाल दिये।
अगले दिन एक अगस्त को बच्चेलाल के मोबाइल पर दूसरे नंबर से काल आई। उन्होंने रिसीव किया तो काल करने वाले ने खुद को डीएम मऊ का स्टेनो बताया। कहा कि कमिश्नर साहब के आदेश का फैक्स आ गया है। सीडीओ व घोसी सीओ मौके पर जाकर रास्ता बनवा देंगे। काल करने वाले ने एक दिन पहले कमिश्नर के स्टेनो द्वारा बताये गये खाते में 25 हजार रुपये भेजने की बात कही।
बच्चेलाल को कुछ संदेह हुआ तो उन्होंने यह बात इंदारा के जिला पंचायत सदस्य जितेंद्र गोयल से साझा की। जितेंद्र ने प्रधानपति के मोबाइल पर जिस नंबर से काल आई थी, उसे मिलाया। पहले राउंड में हुई बातचीत में डीएम का स्टेनो बने व्यक्ति ने उन्हें जनप्रतिनिधि का सम्मान देते हुए सकारात्मक बात की। कहा कि कमिश्नर के आदेश पर लैरो दोनवार गांव में सीडीओ व सीओ जाने वाले हैं।
जितेंद्र से बातचीत समाप्त होने के बाद उस व्यक्ति ने तत्काल बाद ग्राम प्रधानपति बच्चेलाल राजभर को काल किया। धमकाते हुए कहा कि उसका मोबाइल नंबर औरों को क्यों बांट रहे हो। साथ ही उसने प्रधानपति को गाली भी दी। कुछ देर बाद उसी व्यक्ति ने जितेंद्र गोयल के मोबाइल पर काल किया और उनसे भी अमर्यादित तरीके से बात करने लगा। जितेंद्र ने बातचीत का लहजा मर्यादित करने की नसीहत दी तो वह उन्हें दो सौ लाठी मरवाने की धमकी दे डाला।
कुछ देर बाद धवरियासाथ के जिला पंचायत सदस्य अखिलेश राजभर कोपागंज पहुंचे। उन्होंने यह मामला जाना तो उसी नंबर पर काल किया। अपना परिचय देकर काल करने वाले से उसका नाम पूछा तो वह उखड़ गया। उन्हें धमकाने लगा। यह भी कहा कि उससे मिलना हो तो डीएम आफिस आ जाओ। यहां ठीक कर दूंगा। दोनों सदस्यों ने यह बात अन्य जिला पंचायत सदस्यों से साझा की तो सभी आक्रोशित हो गये। इस बाबत जितेंद्र गोयल ने मीडिया
से बात करने पर कहा कि काल करने वाला डीएम का फर्जी स्टेनो प्रतीत होता है। इस मामले को लेकर सभी जिला पंचायत सदस्य मंगलवार की सुबह 10 बजे जिला मुख्यालय पर जुटें और एसपी डीएम को ज्ञापन सौंपा मामले की जांच कराकर दोषी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है ।