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चन्नी के सीएम बदलने पर मायावती बोली- पंजाब के दलित कांग्रेस के बहकावे में आने वाले नहीं
चरणजीत सिंह चन्नी के तौर पर पंजाब को अपना अगला मुख्यमंत्री मिल गया है। राजभवन में सोमवार को राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने चन्नी को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। चन्नी के साथ ही सुखजिंदर सिंह रंधावा और ओपी सोनी ने भी मंत्रीपद की शपथ ली है।
यह पहली बार है जब पंजाब में दलित समाज से आने वाला कोई नेता मुख्यमंत्री बना है। इस पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए कहा कि यह कांग्रेस का चुनावी हथकंडा है। कांग्रेस ने दलितों का वोट लेने के लिए कुछ महीनों के लिए चरनजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाया है।
मायावती ने कहा कि कांग्रेस ने चुनावी लाभ लेने के लिए यह निर्णय लिया है। जबकि सच तो यह है कि कांग्रेस को दलितों पर भरोसा नहीं है। उन्हें मुसीबत में ही दलितों की याद आती है। उन्होंने कहा कि पंजाब के लोगों को कांग्रेस से सावधान रहना चाहिए।
मायावती ने कहा कि यूपी में 2022 का चुनाव नजदीक देख भाजपा ओबीसी के प्रति प्रेम दिखा रही है। अगर उनको सही में इन जातियों से प्रेम होता तो एससी एसटी और ओबीसी के बैकलॉग पद ख़ाली न रहते। और भाजपा को ओबीसी जाति जनगणना को अब तक स्वीकार कर लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि काठ की हांडी बार-बार चढ़ने वाली नहीं है। केवल वोट की खातिर ओबीसी और दलित को लुभाया जा रहा है। भाजपा कांग्रेस के बहकावे में ये दोनो जातियां आने वाली नहीं है।