मेरठ

एडीजी मेरठ ज़ोन प्रशांत कुमार को कानून व्यवस्था कायम करने पर किया सीएम योगी ने सम्मानित

Special Coverage News
30 Dec 2018 2:44 PM GMT
एडीजी मेरठ ज़ोन प्रशांत कुमार को कानून व्यवस्था कायम करने पर किया सीएम योगी ने सम्मानित
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राजधानी लखनऊ में मनाए जा रहे पुलिस वीक के दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानून व्यवस्था को बेहतर ढंग से संभालने के लिए कई अफसरों को सम्मानित किया। इन सम्मानित अधिकारीयों को सीएम योगी ने यूपी 100 के मुख्यालय में मुख्यमंत्री के पदक से नवाजा गया। मुख्यमंत्री से पदक और प्रशस्तिपत्र पाने वाले अधिकारियो में अपर पुलिस महानिदेशक मेरठ जोन प्रशांत कुमार सहित डीआईजी कानून व्यवस्था प्रवीण कुमार सहित 6 पुलिस अधिकारीयों को मुख्यमंत्री उत्कृष्ठ सेवा पुलिस पदक प्रदान कर सम्मानित किया गया। मालूम हो कि मुख्यमंत्री से सम्मान पाने वाले एडीजी मेरठ जोन प्रशांत कुमार ने कानून-व्यवस्था को सुधारने के लिए बेहतर स्ट्रैटजी और प्लानिंग के तहत अपराधियों के हौंसलों को पस्त किया।


मेरठ जोन एडीजी प्रशांत कुमार अपनी मेहनत और शिद्दत की बदौलत कानून-व्यवस्था को पटरी पर लाने में काफी हद तक सफल रहे है। कानून व्यवस्था को दुरूस्त करने के चलते पुलिस वीक के दौरान सीएम योगी ने उन्हे मुख्यमंत्री उत्कृष्ट पुलिस सेवा सम्मान प्रदान किया है। बता दें कि जुलाई 2017 को 1990 बैच के आईपीएस प्रशांत कुमार को मेरठ जोन का अपर पुलिस महानिदेशक बनाकर भेजा गया था। ये वो वक्त था जब मेरठ में अपराध की बाढ़ आई हुई थी। बेखौफ अपराधी खुलेआम हथियार लहराते हुए संगीन वारदातों को अंजाम दे रहे थे। बढ़ते अपराध के चलते खौफजदा आम आदमी घर से बाहर निकलने से भी कतराने लगा था। रोज कोई न कोई एक बड़ी घटना हो रही थी, ज़ोन में पुलिस का इकबाल कमजोर नजर आने लगा था।


दरअसल उत्तर प्रदेश के पश्चिमी भाग का हिस्सा मेरठ जोन कई जनपदों के बार्डर से लगे होने के कारण बदमाश आसानी से मेरठ जोन से होकर दूसरे सूबे में चुपके से निकल जाते थे। उस दौरान अपराधियों की एक बड़ी जमात कुख्यात संजीव जीवा, सुशील मूंछू, अनिल दुजाना, विक्की त्यागी, सुन्दर भाटी, कग्गा गैंग, मुकीम काला, साबिर जैसे अपराधियों सक्रिय थे और उनके आर्थिक अपराध, रगदारी, जमीनों पर कब्जे, ठेकेदारी में हिस्सेदारी को लेकर हत्याएं जैसे रोज की बात हो चली थी। बदमाशों की दहशत का वो आलम था कि जनपदों से उद्योगपति अपना धन्धा समेटकर अन्य राज्यों में शिफ्ट हो गये थे।


जब मेरठ ज़ोन में अपराध चरम सीमा पर था तब इस ज़ोन की कमान आईपीएस प्रशांत कुमार संभालने के बाद ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू कर दी। उन्होने पुलिस को फरमान जारी किया कि बदमाश अगर पुलिस पर वार करे तो उस पर पलटवार करो। और फिर देखते ही देखते पुलिस का अपराधियों के खिलाफ वो अभियान चला कि कई कुख्यात जान से हाथ धो बैठे तो कई सलाखो के पीछे चक्की पिसते नजर आए।


एडीजी मेरठ जोन प्रशांत कुमार की ताबड़तोड़ कार्रवाई का नतीजा रहा कि सैंकड़ों बदमाश एनकाउंटर के बाद सफाया हो गया। अब बदमाश पुलिस की कार्रवाई से खौफजदा नजर आ रहे थे। भयभीत अपराधियों को बुर्का पहनकर अदालतों में सरेंडर करने की नौबत आन पड़ी थी और अब अपराध के ग्राफ में गिरावट आने में ज्यादा वक्त न लगा। और इसका पूरा श्रेय गया एडीजी मेरठ जोन प्रशांत कुमार को।आज मेरठ शहर एडीजी प्रशांत कुमार की बदौलत अपराधी रहित हो सुकून की सांस ले रहा है।

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