- होम
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- राष्ट्रीय+
- आर्थिक+
- मनोरंजन+
- खेलकूद
- स्वास्थ्य
- राजनीति
- नौकरी
- शिक्षा
- Home
- /
- राज्य
- /
- उत्तर प्रदेश
- /
- मेरठ
- /
- यूपी के मेरठ में 26...
यूपी के मेरठ में 26 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के 200 से ज्यादा संविदा स्वास्थ्यकर्मी हड़ताल पर, मचा इलाके में हड़कंप
उत्तर प्रदेश में कोरोना काल में स्वास्थ्य व्यवस्था पहले ही वेंटिलेटर पर हैं और ऐसे में संविदा स्वास्थ्य कर्मियों ने हड़ताल (Strike) छेड़ दी है. यह तस्वीरें मेरठ (Meerut) की है. जहां संविदा स्वास्थ्य कर्मी डीएम कार्यालय और सीएमओ कार्यालय में धरने पर बैठे हैं. कर्मचारियों ने मांग की है कि संविदा स्वास्थ्यकर्मियों के लिए 50 लाख का बीमा करवाया जाए, साथ ही उनको समान वेतनमान दिया जाए.
दरअसल मेरठ में कोरोना से संविदा स्वास्थ्य कर्मी की मौत के बाद हड़कंप मच गया है. संविदा स्वास्थ्य कर्मियों ने 50 लाख के बीमा की मांग को लेकर हड़ताल की है. मेरठ के 26 पीएचसी के करीब 200 से ज्यादा संविदा स्वास्थ्य कर्मी हड़ताल पर हैं और उन्होंने ऐलान कर दिया है कि अगर सरकार ने जल्द ही उनकी मांग नहीं मानी तो वे मेरठ की स्वास्थ्य व्यवस्था ठप कर देंगे.
स्वास्थ्य व्यवस्था पर खड़ा हुआ संकट
आपको बता दें कि मेरठ के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर ज्यादातर संविदा स्वास्थ्यकर्मी ही मरीजों से मिल रहे है और ऐसे में अगर संविदा स्वास्थ्य कर्मी ने हड़ताल पूरी तरह से छेड़ दी तो मेरठ में स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा जाएंगी. प्रशासनिक अमला किसी संकट से बचने के लिए संविदा स्वास्थ्य कर्मियों से वार्ता करने में लगा हुआ है. सिटी मजिस्ट्रेट सत्येंद्र सिंह कहते हैं कि हम लगातार संविदा स्वास्थ्य कर्मियों के संपर्क में हैं. उधर स्वास्थ्यकर्मियों में आक्रोश चरम पर है.
इलाज में अव्यवस्था बताने वाले लैब टेक्नीशियन की कोरोना से मौत
बता दें दूसरी तरफ अस्पतालों में भर्ती मरीजों को हाल बेहाल. लगातार अस्पतालों में अव्यवस्थाओं की खबरें आ रही हैं. इसी क्रम में एक लैब टेक्नीशियन ने वीडियो वायरल कर मेडिकल कॉलेज में अव्यवस्था का सच बयान किया था. आज उसकी भी कोरोना से मौत हो गई है.