- होम
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- राष्ट्रीय+
- आर्थिक+
- मनोरंजन+
- खेलकूद
- स्वास्थ्य
- राजनीति
- नौकरी
- शिक्षा
- Home
- /
- राज्य
- /
- उत्तर प्रदेश
- /
- मुरादाबाद
- /
- 108 -102 एम्बुलेंस...
108 -102 एम्बुलेंस सर्विस के 19000 कर्मचारीओं ने हड़ताल सरकार के वादे के बाद वापस ली
उत्तरप्रदेश की आज की सबसे बड़ी ख़बर सामने आई है जब स्वास्थ्य विभाग की एम्बुलेंस सर्विस 19000 कर्मचारी हड़ताल पर चले गये. इस समय महामारी के समय हडताल पर जाने पूरे प्रदेश में हडकम्प मचा हुआ है.
अभी मिली जानकारी के मुताबिक कर्मचारियों ने कोरोना आपातकाल को देखते हुए और सरकार से मिले आश्वासन के बाद अपनी हडताल वापस ले ली है.
उत्तर प्रदेश: मुरादाबाद में एंबुलेस कर्मियों ने कल समय से वेतन न मिलने और कम वेतन मिलने को लेकर 4 घंटे हड़ताल की. मुरादाबाद 108, 102, एएलएस एंबुलेंस संघ के मीडिया प्रभारी जितेंद्र सिसोदिया ने बताया, "15 दिन में सैलरी मिलने के आश्वासन के बाद हमनें हड़ताल वापस ले ली."
मिली जानकारी के मुताबिक 108 -102 एम्बुलेंस सर्विस के 19000 कर्मचारी हड़ताल पर चले गये थे. यह हडताल मांगे न माने जाने से नाराज़ हुये कर्मचारी ने की है. क्या स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह और स्वास्थ्य सचिव मामला संभालने में बुरी तरह फेल नजर आ रहे है. संकट काल में एक और संकट बढ़ ता नजर आ रहा है. फिलहाल सरकार मामला सुलझाने में जुटी हुई है.