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- मिलिए रियल लाइफ के...
मिलिए रियल लाइफ के मोगली से जो करता ही पक्षियों के लिए काम
आपने जंगलों में रहने वाले मोगली की कहानी तो सुनी ही होगी लेकिन आज हम आपको मिलवाते हैं एक ऐसे रियल लाइफ के मोगली से जो जंगल में रह कर अपनी जान जोखिम में डालकर पक्षियों की जान बचाता है। पक्षियों की जान बचाने में उसे मज़ा आता है।
वीओ-दरअसल इन दिनों आसमान में पतंगबाजी तेज़ हो गई है। पतंग उड़ाने में धड़ल्ले से चाइनीज़ मांझा इतेमाल किया जा रहा है। चाइनीज़ मांझा इतना खतरनाक होता है किसी के हाथ में उलझ जाए तो हाथ और गले से लग जाए तो गला काट देता है। चाइनीज़ मांझे से अब तक कई लोगो की मौत हो चुकी हैं और कई लोग गंभीर रूप से घायल हो चुके हैं। अक्सर लोग गांव व शहर से वाहर की और खुले मैदान में पतंगबाजी करते हैं। पतंग कटने के वाद मांझे के साथ दूर जाकर गिर जाती है।
जिसका माझां पेड़ों में उलझ जाता है और चाइनीज़ मांझा मजबूत होने की बजह से टूट नहीं पाता है। जंगलों में आज कल पक्षियों को पेड़ पर चाइनीज़ मांझे से उलझता देखा जाना आम बात हो गई है। आसमान में उड़ान भरने वाले जानवर पेड़ों पर आराम करने के लिए जैसे बैठते हैं तो अचानक मांझे में उलझ जाते है। सैकड़ों फिट ऊचें ऊंचें पेड़ों में उलझकर यह पक्षी अपनी जान गवा देते हैं। प्रकृति के भी अपने नियम है जब किसी को कोई समस्या आती है तो उसका हल भी जरूर निकलता है।
मुरादाबाद जनपद के छोटे से कस्बे कुन्दरकी में रहने वाले 13 साल के छोटे से बच्चे सोहिल का कारनामा अजीवगरीब है आज कल पक्षियों के लिए सोहिल देवदूत बना हुआ है। महज 13 साल का यह छोटा सा बच्चा अपनी जान जोखिम में डालकर सेकड़ों फिट ऊचें और खतरनाक पेड़ों पर चढ़कर पक्षियों की जान बचाता है। सोहिल का कहना है उसे ऐसा करने में मजा आता है और ख़ुशी मिलती है।
13 साल के सोहिल के ऐसे ही एक कारनामे को अपने कैमरे में कैद किया हमारी टीम ने, इन तस्वीरों में आप देख सकते हैं आसमान में झुंड बनाकर उड़ने वाले कौआ का एक बच्चा अचानक आसमान में उड़ान भरकर थक जाता है और आराम करने वह जैसे ही पेड़ पर बैठने की कोशिस करता है तो वहां पड़े चाइनीज़ मांझे में फंस जाता है काफी देर तक कौआ मांझे से निकलने की जिद्दोजहद करता है परंतु वह उससे निकल नहीं पाता है। अपने साथी को पेड़ में फंसा देख साथी कौवे आसमान में हल्ला मचा देते हैं। जैसे ही पेड़ पर जानवर फंसा होने की सुचना सोहिल को मिलती है तो वह दौड़कर आता है और लगभग 50 से 60 फिट की उचाई वाले खतरनाम पेड़ पर चढ़कर रेस्क्यू कर कौआ की जान बचा देता है।
सोहिल के अक्सर किये जाने वाले इस कारनामे से आसपास के लोग बेहद प्रभाबित हैं और उसकी काफी प्रसंसा करते हैं। सोहिल एक गरीब परिवार से है और उसके पिता मेहनत मजदूरी करते हैं सोहिल खाली समय में अक्सर जंगलों में घूमने निकल जाता है।