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प्रदेश में मासूमों के साथ घटी घटनाओं पर विशाल शर्मा ने कटवाए वाल, किया बड़ा ऐलान
आज देश में सर्वओर विभत्स स्वरूप लिये मानवता शर्मसार है, कभी 2 वर्ष कीबच्ची और कभी 70 वर्ष की बुजुर्ग के साथदुशकर्म की खबरें, कभी जम्मू और कभी अलीगढ़ में आताताइयों का नंगा नाच।इन्ही खबरो से सुबह होती है। देश में कहीं भी कोई भी माँ-बाप चैन की नींद नहीं सो पाते, सारे समयबेचैन रहते हैं, जब तक उनके घर की नारी याबिटिया घर नहीं लौट आती। पूरा देश निर्भाया काण्ड से आज तक इन वहशीदरिन्दों के खिलाफ सख्त सजा और तेज गति से न्याय की मांग करता आरहा है।
लेकिन हमारे देश की लचर व्यवस्था ऐसी है कि सारा देश लगातार आवाज़ उठा रहाहै लेकिन हाथ कुछ नहीं लग रहा है।इसलिये अब भारतीय समाज में महिलाओं और कन्याओं के प्रति बढ़ रहे शोषण औरव्याभिचार के प्रति ठोस समाधान की दिशा में सरकार को कड़े कदम उठाने केलिये प्रेरित करने के वास्ते एक गाँधिवादी तरीके से आंदोलन को आरम्भ कराजा रहा है। कब तक मोमबत्ति जलायेंगे ??और कब तक हाथों में तख्तियें लेकर प्रदर्शनकरेंगें?
अब कुछ ऐसा करने का वक्त आगया है कि जिसकेे द्वारा हमारा परोक्ष नहीं वरन् साकार विरोध नज़र आये, और उस के लिये हमें इसे व्यक्तिगत नुकसानके रूपमें देखना होगा। ये मानना होगा कि जो भी त्रासदी हो रही है ये मेरेऔर मेरे परिवार से सीधे -सीधे रूप से जुड़ि है। और विरोध भी मुझ पर दिखनाचाहिंये।और इसके लिये प्रथम कड़ी में हमारे साथी विशाल शर्मा लाठे आज 10 जून 2019 दिन सोमवार को कलैक्टरेट मुरादाबाद में शान्तिप्रिय भावनाओं के साथ अपने केश - करतन कराये (सर के बाल उतरवाये) और ये प्रतिज्ञा ली कि जब तक देश की सरकार इस विकट समस्या के निवारण वास्ते कोई सख्तकानून और त्वरित सजा जैसे प्राविधान नही लायेगी तब तक केश धारण नहीं करेगें।
हम इस तरीके से सरकार को और समाज को यह निरन्तरता से याद दिलाते रहनाचाहते हैं कि समस्या गंभीर है और सभी से जुड़ी है। सिर्फ समय-समय परमोमबत्तीयां जलाने भरसे समाधान न निकलेगा, समाधान के लिये आर-पार कासंर्घष शान्तिप्रिय तरीकों से करना होगा।आज एक साथी यह शुरूवात करेगा और कल एक-एक करके हजारों की भीड़ सड़कों पर इसआंदोलन में सहभागिता लेती नज़र आयेगी, हमतो यह चाहेंगें की सरकार जल्द कुछकरें। हमारा अनुरोध है देश की सरकार से कि देश अब सब्र खोता जारहा है। जल्द कुछ करें।
बता दें कि प्रदेश में एक सप्ताह के भीतर कई घटनाओं से पूरा प्रदेश हिल गया है। अभी अलीगढ़ , हमीरपुर , जालौन , कुशीनगर और सब सीतापुर इन घटनाओं से प्रदेश की पुलिस से आम आदमी का विश्वास डिगता नजर आ रहा है।