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बच्चों ने फेसबुक प्रोफाइल से पकड़वाया मां का कातिल, जानें पूरा मामला
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के बन्ना देवी थाना पुलिस ने साइबर सेल की मदद से ब्लाइंड मर्डर केस की गुत्थी दो मासूम बच्चों के साथ मिलकर फेसबुक प्रोफाइल की मदद से सुलझाई है। बता दें कि मर्डर एक महिला का हुआ था जो आगरा निवासी थी महिला को 12 दिसंबर 2021 को उसके नोएडा निवासी प्रेमी ने ही अपनी दूसरी पत्नी के साथ मिलकर मौत के घाट उतार दिया था। शव को वह चंडौस के कसेरू रोड पर सुनसान रास्ते पर से गया था। इसके बाद महिला के दो मासूम बच्चों को सरसोल चौराहा पर छोड़ गया था। मासूम बच्चे उसे पिता कहते थे उनको उसका नाम मालूम था।
बच्चे लावरिस हालत में बन्नादेवी पुलिस को मिले। पुलिस ने बच्चों के परिवार को तलाशने की दिशा में कदम बढ़ाया था। बच्चों द्वारा बताए पिता के नाम की फेसबुक प्रोफाइल खंगाली, जिनमें से एक को बच्चों ने अपने पिता की प्रोफाइल के तौर पर पहचाना। पुलिस उस व्यक्ति तक पहुंची तो मासूम बच्चों की मां के साथ उसके लिव इन रिलेशनशिप में होने व रिश्ते में दरार आने पर दूसरी पत्नी संग मिलकर हत्या करने तक का राजफाश हुआ।
बन्नादेवी पुलिस ने हत्यारोपी प्रेमी व उसकी दूसरी पत्नी को मंगलवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। वहीं, बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष जितेंद्र सिंह जॉली ने बच्चों को उनके आगरा के चीनी का रोजा के निवासी नानी, मामा के सुपुर्द करने के आदेश दिया।
इस पूरे घटनाक्रम के खुलासे को देख एक तरफ पुलिस सन्न रह गई। वहीं, दूसरी ओर आरोपी मनोज द्वारा बच्चों को डराने के लिए की गई हरकत ने पुलिस का खून खौला दिया। मनोज ने पूछताछ में बताया कि उसने बच्चों को इस वारदात के बारे में किसी को भी न बताने के लिए धमकाया था। इसके बाद जब पत्नी पूजा के साथ किरन के शव को फेंकने के लिए जा रहा था तो अवनी और आर्यन को साथ ले लिया। बाइक पर शव के बोरे को लाद बच्चों को उसके ऊपर बैठा दिया था। इससे बच्चे् सहम गए थे। सारसौल पर छोड़ते समय बच्चों को वो बोरे पर बैठाने वाली बात दोहराकर फिर से डराकर गया था।
सीओ-2 मोहसिन खान के मुताबिक मनोज और किरन की तलाश के साइबर सेल द्वारा करीब 1500 फेसबुक एकाउंट इन दोनों नाम के खंगाले गए। इस दौरान सिर्फ उनके पास दो ही जानकारी थीं, पहला नाम और दूसरा दिल्ली निवासी। इस आधार पर पुलिस ने एनसीआर के एकाउंट्स को खंगालना शुरू किया। दो सप्ताह तक लगातार एकाउंट खंगाले गए। एक-एक एकाउंट का बच्चों से वेरिफिकेशन कराया गया।
बन्नादेवी थाना पुलिस व साइबर सेल की टीम ने इस ब्लाइंड मर्डर का खुलासा कड़ी मेहनत करके किया है। इसमें आरोपी मनोज सागर पुत्र हुकुम सिंह निवासी अट्टा गुजरान, दनकौर गौतमबुद्ध नगर और उसकी पत्नी पूजा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। बच्चों को उनकी नानी, मामा के सुपुर्द कर दिया है।
मनोज ने क्या बताया
पुलिस की पूछताछ में मनोज सागर पुत्र हुकुम सिंह निवासी अट्टा गुजरान, दनकौर, गौतमबुद्ध नगर (नोएडा) ने बताया कि उसकी पहली पत्नी की मृत्यु के बाद वर्ष 2015 में उसकी दूसरी शादी चंडौस निवासी पूजा के साथ हुई थी। जिससे उसके दो बच्चे हैं। वर्ष 2018 में नोएडा में सीसीटीवी कैमरे का काम सीखने के दौरान उसकी मुलाकात किरन पत्नी योगेश निवासी आगरा से हुई, जिसके दो बच्चे थे। किरन का अपने पति से संबंध विच्छेद चल रहा था। धीरे धीरे उनकी नजदीकियां बढ़ीं और साथ में विवाह किए ही लिव इन रिलेशनशिप में रहने लगे, इस दौरान एक पुत्र का जन्म भी हुआ। पुलिस के मुताबिक किरन पैसे का दबाव मनोज पर बनाने लगी। इससे दोनों के मध्य कहासुनी होने लगी थी। इसी बीच किरन को मनोज की पत्नी पूजा निवासी चंडौस के विषय में भी पता लग गया। इसको लेकर अनबन और तेज हो गई। मनोज से हुए बच्चे को अपनी आगरा निवासी मां के पास छोड़ पहले पति से हुए बच्चे अवनी और आर्यन को लेकर 10 को चंडौस पहुंच गई। पूजा के घर वाले एक शादी समारोह में गए थे। वहां इन तीनों के बीच विवाद हुआ।
मनोज ने दिया बच्चों का हवाला
एक तरफ पूजा और एक तरफ किरन बच्चों का हवाला देकर मनोज को अपने-अपने पक्ष में करने की कोशिश करने लगीं। मनोज ने पूजा का साथ दिया। इस बात पर किरन ने विवाद किया तो पूजा और मनोज ने घर में किसी के न होने का फायदा उठाकर रात को किरन की दुपट्टे से गला घोंटकर हत्या कर दी। इसके बाद शव को बोरे में बंद कर बाइक पर लाद कसेरू रोड पर सुनसान जगह पर फेंक गए। वहीं, अवनी और आर्यन को सारसौल चौराहा पर छोड़ दिया था।