उत्तर प्रदेश

किसानों को लेकर वरुण गांधी ने सीएम योगी को लिखा खत, दिए ये सुझाव? क्या योगी सरकार पर बढ़ेगा दबाव?

Arun Mishra
12 Sept 2021 4:10 PM IST
किसानों को लेकर वरुण गांधी ने सीएम योगी को लिखा खत, दिए ये सुझाव? क्या योगी सरकार पर बढ़ेगा दबाव?
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वरुण गांधी का यह खत किसानों को जरूर खुश कर सकता है, लेकिन योगी सरकार की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद वरुण गांधी ने उत्तर प्रदेश के किसानों को राहत देने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लेटर लिखकर कई तरह की मांगें रखी हैं। रविवार को लिखे इस खत में वरुण गांधी ने मुख्यमंत्री से अपील की है कि गन्ने की कीमतों में अच्छी वृद्धि की जाए, गेहूं और धान की फसल पर बोनस दिया जाए, पीएम किसान योजना में मिलने वाली राशि को दोगुना कर दिया जाए और डीजल पर सब्सिडी दी जाए।

वरुण गांधी का यह खत किसानों को जरूर खुश कर सकता है, लेकिन योगी सरकार की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। माना जा रहा है कि वरुण के इस लेटर के सहारे विपक्ष के साथ किसान संगठन भी योगी सरकार पर दबाव बढ़ा सकते हैंं।

यूपी से तीन बार के सांसद वरुण गांधी किसानों से बातचीत की पैरवी भी करते आ रहे हैं। पीलीभीत से सांसद वरुण ने योगी को लिखे दो पन्ने के लेटर में किसानों की सभी समस्याओं, उनकी मांगों का जिक्र करते हुए उनके समाधान भी सुझाए हैं। वरुण गांधी ने सलाह दी है कि गन्ने का मूल्य 400 रुपए प्रति क्विंटल कर दिया जाए, जोकि अभी 315 रुपए प्रति क्विंटल है।

गन्ना मुख्यतौर पर पश्चिमी यूपी में उगाया जाता है, जो केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों का केंद्र भी है। वरुण गांधी ने कहा है कि किसानों को गेहूं और धान पर 200 रुपए प्रति क्विंटल की दर से एमएसपी पर अतिरिक्त बोनस मिलना चाहिए। उन्होंने यह भी मांग रखी है कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) योजना के तहत मिलने वाली राशि को 6 हजार से बढ़ाकर 12 हजार रुपए कर दिया जाए। केंद्र की तरह राज्य सरकार भी 6 हजार रुपए सालाना दे।

किसानों की समस्याएं गिनाते हुए वरुण गांधी ने बिजली और डीजल की ऊंची कीमत का जिक्र किया। उन्होंने यूपी के सीएम से अपील की है कि किसानों को डीजल पर प्रति लीटर 20 रुपए की सब्सिडी दी जाए और बिजली की कीमत कर दी जाए। वरुण गांधी ने योगी आदित्यनाथ के सामने ये मांगें ऐसे समय पर रखी हैं, जब अगले साल यूपी में विधानसभा चुनाव होने जा रहा है तो 5 सितंबर को कई किसान संगठनों ने मुजफ्फरनगर में महापंचायत की है।

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