
मुज़फ्फरनगर सांप्रदायिक हिंसा के दोषियों के ऊपर से मुकदमा हटाना, इन्साफ की दिनदहाड़े हत्या- रिहाई मंच

लखनऊ. रिहाई मंच ने मुज़फ्फरनगर सांप्रदायिक हिंसा के दोषियों के ऊपर से मुकदमा हटाने को इन्साफ का दिनदहाड़े हत्या करार दिया है. मंच ने कहा कि सांसद संजीव बालियान और बुढ़ाना विधायक उमेश मालिक जोकि खुद सांप्रदायिक हिंसा के दोषी हैं और वे ही अब लिस्ट लेकर मुक़दमे हटाने की योगी सरकार से सिफारिश कर रहे हैं, मुज़फ्फरनगर सांप्रदायिक हिंसा के पीड़ितों के साथ इससे अधिक भद्दा मजाक हो ही नही सकता है.
मंच ने कहा कि एक तरफ योगी सरकार में अपराधियों के ऊपर से मुक़दमे हटाये जा रहे हैं वहीं दूसरी तरफ दलितों-पिछड़ों और मुसलमानों को फर्जी मुठभेड़ में मारा जा रहा है. दलितों को प्रदेश में सामंतवादी ताकते जिन्दा जला दे रही हैं. एक तरफ भीम आर्मी के नेता को जबरन रासुका के तहत निरूध्द करके जेल में रखा गया है तो दूसरी तरह सत्ता संरक्षण प्राप्त अपराधी अम्बेडकर छात्र सभा के नेता अमर सिंह पासवान के ऊपर गोरखपुर में दिनदहाड़े जानलेवा हमला कर रहे हैं. मंच ने भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु की शहादत दिवस पर शहीदों को याद करते हुए कहा कि आज शहीदों की विरासत को आगे ले जाने वाले संगठनों और कार्यकर्ताओं पर सरकारी दमन बढ़ गया है. इस सारे सवालों पर रिहाई मंच 7 अप्रैल को लखनऊ में बड़ा कार्यक्रम करेगा.
