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नोएडा से बड़ी खबर: क्या सीएमओ को सरकारी अस्पतालों के उपचार पर नही है भरोसा?
गौतम बुध नगर में कोरोना का कहर जारी है. जिसमें आज एक बड़ी खबर सामने आ रही है. जहाँ जिले के स्वास्थ्य विभाग के मुखिया को अपने ही विभाग पर कतई भरोसा नजर नहीं आ रहा है. खुद की तबियत बिगड़ने पर प्राइवेट अस्पताल का आसरा लेना पड़ा है. क्या यही ही असली नोएडा के सरकारी अस्पताल की हकीकत?
नोएडा के सीएमओ दीपक ओहरी के कोरोना पॉजिटिव होने के बाद जिला स्वास्थ्य विभाग पर बड़े सवाल उठ खड़े हुए है. जब सीएमओ खुद की तबियत खराब होने पर सेक्टर 62 स्तिथ फोर्टिस अस्पताल में भर्ती हुए है.
इसका मतलब साफ़ साफ़ नजर आ रहा है कि जनपद के स्वास्थ्य विभाग के मुखिया को सरकारी अस्पतालों पर विश्वास नहीं है. सरकारी अस्पताल की जगह स्वमं प्राइवेट अस्पताल में उपचार करा रहे है. तो ऐसे में आम जनता के जीवन से खिलवाड़ क्यों की जा रही है.
दो सवाल का कौन देगा जबाब?
क्या सीएमओ को सरकारी अस्पतालों के उपचार पर नही है भरोसा?
क्या जनपद के अस्पतालों में नही उपलब्ध है इलाज के संसाधन?