- होम
- राष्ट्रीय+
- वीडियो
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- Shopping
- शिक्षा
- स्वास्थ्य
- आजीविका
- विविध+
- Home
- /
- राज्य
- /
- उत्तर प्रदेश
- /
- नोएडा
- /
- जगतगुरु रामभद्राचार्य...
जगतगुरु रामभद्राचार्य की राम कथा में हो रहा रोज विवाद,आयोजक मूकदर्शक
(धीरेन्द्र अवाना)
नोएडा।श्री हनुमान सेवा न्यास और श्रीराम राज फाउंडेशन द्वारा आयोजित राम कथा के आज छ्ठे दिन जगतगुरु रामभद्राचार्य द्वारा शाम 6 बजे से कथा प्रारंभ हुयी।लेकिन आज भी अन्य दिनों की भांति आयोजकों की व्यवस्था पर कई सवाल उठे।ताजा मामला एक महिला पत्रकार के साथ हुये दुर्व्यवहार का है।बता दे कि महिला पत्रकार एक चैनल में कार्यरत है।वो कार्यकम की कवरेज के लिए आयी थी।कवरेज करने के बाद जब वो जाने लगे तो वहा मौजूद सुरुक्षाकर्मी ने उन्हें रोका।महिला पत्रकार ने जब इसका विरोध किया तो सुरुक्षाकर्मी ने दुर्व्यवहार करते हुये महिला पत्रकार को धमकाने की कौशिश की।
आपकाे बता दे कि महिला पत्रकार ने अपने जूते वीवीआईपी गैलरी के पास उतार रखे थे। महिला पत्रकार का कहना था कि मै मीड़िया गैलरी में कवरेज के लिए गयी थी जब मै मीड़िया गैलरी से बाहर निकल कर वीवीआईपी की तरफ से चलने लगी तो वहा मौजूद सुरुक्षाकर्मी ने उन्हें रोका।पत्रकार ने इसका विरोध करते हुये कहा कि कार्यक्रम की कवरेज हो चुकी है अब मुझे जाना है तो अपने जूते तो लेने ही पडेगें।इसके बावजूद भी सुरुक्षाकर्मी ने अपनी सीमा लाघते हुये महिला पत्रकार के साथ दुर्व्यवहार किया।
मामला बढ़ता देखकर आयोजकों ने महिला पत्रकार से माफी मांगी जब जाकर मामला शांत हुआ। सुरक्षाकर्मी को लेकर कल एक और एक प्रकरण हुआ जिसमें सुरक्षाकर्मीयों ने कई बार विधायक रह चुके व मंत्री को ही पहचाने से इंकार कर दिया।सोचने वाली बात ये है कि जब सुरक्षाकर्मी सरकार के प्रतिनिधि के साथ ऐसा सलूक करते है तो आम जनता के साथ क्या करते होगें।वैसे ये कोइ पहला मामला नही है।कुछ दिन पूर्व ऐसे ही एक मामला और हुआ था जहां सुरक्षाकर्मी बुजुर्ग दंपत्ति से बदसलूकी कर रहे थे।
जिसका वहां मौजूद पत्रकार ने विरोध किया तो सुरक्षाकर्मी पत्रकार से ही उलझ बैठा था।इस कार्यक्रम को जन जन पहुचाने वाले पत्रकार के साथ ऐसा व्यवहार अशोभनीय है।फिर भी पत्रकार धार्मिक कार्यक्रम होने के कारण जहर का घूट पीकर रह जाते है।जिसकी वजह से आयोजक के हौसले बुलंद और वो ऐसे मामलो को गंभीरता से नही लेते है।लेकिन अति हर चीज की बुरी होती है।ये तो आप लोगों ने सुना ही होगा।इस कार्यक्रम को देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि यह भी ग्रेटर नोएडा में पंडित धीरेंद्र शास्त्री की कथा कार्यक्रम के पदचिन्हों पर चल रहा है।