नोएडा

ग्रेटर नोएडा में आवारा कुत्तों से जुड़े विवादों के निपटारे के लिए डीएम ने बनाई कमेटी, जल्द मिलेगा इन सोसाइटी को छुटकारा

Shiv Kumar Mishra
9 Jan 2024 11:32 AM GMT
ग्रेटर नोएडा में आवारा कुत्तों से जुड़े विवादों के निपटारे के लिए डीएम ने बनाई कमेटी, जल्द मिलेगा इन सोसाइटी को छुटकारा
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नोएडा-ग्रेटर नोएडा में 250 से अधिक सोसाइटियां ओर 100 से अधिक सेक्टर मौजूद हैं। जिनमें आए दिन कुत्तों के काटने की घटनाएं ज्यादा बढ़ रही है। इसके वीडियो सोशल मीडिया पर लगातार वायरल हो रहे है। इस वजह से डॉग लवर्स और आम जनमानस के बीच विवाद भी बढ़ता जा रहा है। हर दिन किसी न किसी जगह राह चलते लोगों पर कुत्ते हमला कर रहे हैं। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की डॉग पॉलिसी आज तक धरातल पर नहीं उतर पाई है। इसका परिणाम आज नोएडा और ग्रेटर नोएडा लोगों को भुगतना पड़ रहा है। डॉग से संबंधित विवाद निपटाने के लिए अब जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा के निर्देश पर पांच सोसाइटियों में पशु कल्याण समिति का गठन किया गया है। अन्य सोसाइटियों में भी समिति गठन के जल्द निर्देश दिए गए हैं। अब देखना होगा क्या समितियाँ इससे छुटकारा दिला पायेंगी या नहीं यह अभी गर्त में छिपा हुआ सवाल है फिलहाल समितियाँ गठित होने तक इंतजार करना पड़ेगा।

आवारा कुत्तों का होगा टीकाकरण

6 सदस्यीय टीम सोसाइटियों में डॉग-पैट से संबंधित समस्याएं सुनेगी और उन्हें हर हाल में दूर करने का काम करेंगी। समिति पशुओं पर होने वाले अत्याचार के अलावा फूड प्वाइंट बनवाने और डॉग से सबंधित समेत अन्य समस्याएं दूर कराने का भी काम करेगी। समिति की ओर से आवारा कुत्तों का टीकाकरण, पशु प्रेमी और लोगों के बीच होने वाले झगड़ों के बीच मध्यस्थता करना समेत अन्य काम कराया जाएगा। समिति में पशु पालन विभाग, थाना प्रभारी निरीक्षक, बिल्डर प्रबंधन का प्रतिनिधि या अपार्टमेंट ओनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष के साथ पशु प्रेमी भी शामिल होंगे।

इस काम को मिली थी दिसंबर 2022 में मंजूरी

जानकारी के मुताबिक, नोएडा के बाद ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने डॉग पॉलिसी लागू करने की बात कही थी। इसको लेकर योजना लेकर आए और वह बोर्ड बैठक में भी मंजूर हो गई। साफ तौर पर कहा जाए तो ग्रेटर नोएडा शहर में डॉग पॉलिसी लागू करने के लिए पहले से नीति तैयार है और मंजूरी मिल गई है। उसके बावजूद भी प्राधिकरण अभी तक डॉग पॉलिसी लागू नहीं कर पाया है। जबकि डॉग पॉलिसी को दिसंबर 2022 में मंजूरी मिल गई थी।

जिले में 5 हजार कुत्तों की होनी थी नसबंदी

एक रिपोर्ट के अनुसार, ग्रेटर नोएडा वेस्ट और ग्रेटर नोएडा ईस्ट में करीब 5000 डॉग हैं, जिनकी नसबंदी होनी थी। प्राधिकरण के द्वारा अभियान चलाया गया, लेकिन पूरा नहीं हुआ। जिले में कुत्तों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। बीते दिनों गाजियाबाद में एक 12 साल के बच्चे के कुत्ते ने काट लिया था, जिसमें उसकी मौत हो गई। नोएडा-ग्रेटर नोएडा में ऐसी घटनाएं काफी ज्यादा बढ़ती जा रही है। उसके बावजूद भी अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं।

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