- होम
- राष्ट्रीय+
- वीडियो
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- शिक्षा
- स्वास्थ्य
- आजीविका
- विविध+
- Home
- /
- राज्य
- /
- उत्तर प्रदेश
- /
- नोएडा
- /
- सियाचिन बाॅर्डर पर...
सियाचिन बाॅर्डर पर पेट्रोलिंग के दौरान गौतमबुद्ध नगर का लाल हुआ शहीद
धीरेन्द्र अवाना
ग्रेटर नोएडा। सियाचिन एक ऐसी जगह जहा ठंड में तापमान शून्य से 50 डिग्री सेल्सियस तक नीचे पहुँच जाता है।जहा बेस कैंप से भारत की जो चौकी सबसे दूर है उसका नाम इंद्रा कॉल है और सैनिकों को वहाँ तक पैदल जाने में लगभग 20 से 22 दिन का समय लग जाता है। ऐसी जगह जहा कोइ जाना पंसद नही करता या यू कहे कि जा भी नही सकता ऐसे वातावरण में रह कर हमारे देश की रक्षा करते है जवान।ऐसे ही एक जवान देश की सुरक्षा आैर सेवा के लिए बोर्डर पर तैनात था। जो पेट्रोलिंग के दौरान शहीद हो गया।
जवान के शहीद होने के जानकारी घर में मिलते ही मातम छा गया।गांव के लोग भी सूचना के बाद से स्तब्ध हैं। गांव में हर शख्स शहीद जवान की चर्चा में लगा हैं।रविवार को आईटीबीपी के अधिकारी जवान का पार्थिव शरीर तिरंगे में लिपटा कर गांव में पहुंचे।यूपी के गौतमबुद्ध नगर में स्थित चिटेहरा निवासी जयचंद भाटी का बेटा विनोद भाटी 2007 में देश की सेवा के लिए इंडो तिब्बत बॉर्डर फोर्स आर्इटीबीपी में भर्ती हुआ था।विनोद भाटी पिछले कुछ समय से सियाचिन बोर्डर पर तैनात था।32 वर्षीय जवान विनोद भाटी सियाचिन बॉर्डर पर पेट्रोलिंग कर रहे थे। इसी दौरान भारी बर्फ गिरने से जवान शहीद हो गया।कारणों का अभी साफ पता नही चल पा रहा है।सूत्रों की माने तो इस हादसे की दो प्रमुख्य वजह है एक भारी बर्फबारी में दबना दूसरा ऊँचाई पर आक्सीजन की कमी होना।
बोर्डर से इसकी जानकारी परिवार को मिलते ही पूरे गांव मे मातम छा गया।वहीं शहीद विनोद भाटी की पत्नी आैर बच्चों का रो रोकर बुरा हाल है।आपको बता दे कि शहीद विनोद भाटी पुत्र जयचंद का जन्म 7 जनवरी 1988 को चिटहेरा में हुआ था।उनकी प्राथमिक शिक्षा गांव में ही दीपक पब्लिक स्कूल में हुई व इंटरमीडिएट की पढ़ाई मिहिर भोज इंटर कॉलेज से की थी।वह आईटीबीपी में दिसंबर 2007 में चंडीगढ़ से भर्ती हुए थे।परिवार में एक छोटा भाई, चार बहनें, माता-पिता, पत्नी और तीन बच्चे हैं।विनोद के पार्थिव शरीर को पहले गांव के प्राइमरी स्कूल प्रांगण में रख कर सलामी दी गई।यहां लोगों ने विनोद भाटी अमर रहे और भारत माता की जय' के नारे लगाए।अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।अंतिम संस्कार में केंद्रीय मंत्री डा. महेश शर्मा, विधायक तेजपाल सिंह नागर, चेयरमैन गीता पंडित, पुलिस क्षेत्राधिकारी अवनीश कुमार और तहसीलदार आदि मौजूद रहे।