नोएडा

नोएडा के चाइल्ड पीजीआई अस्पताल से लाखों का सामान चोरी, कई दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली

Shiv Kumar Mishra
6 Aug 2023 7:41 AM IST
नोएडा के चाइल्ड पीजीआई अस्पताल से लाखों का सामान चोरी, कई दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली
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कर्मचारियों को चैकिंग के नाम किया जा रहा प्रताड़ित

नोएडा।नोएडा में चोरो के हौसले इतने बुलंद है कि चोरों ने निठारी पुलिस चौकी के सामने स्थित चाइल्ड पीजीआई अस्पताल से लाखों रुपए का सरकारी सामान चोरी कर लिया ।वही कई दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ अभी भी खाली है। सबसे बड़ा सवाल ये है कि क्या इतनी बड़ी वारदात को बिना कर्मचारी की मिलीभगत के अंजाम दिया जा सकता है। अगर नही तो इतने दिन बीत जाने के बाद भी वारदात को अंजाम देने वाले कर्मचारी के खिलाफ अब तक कारवाई क्यों नही हुयी।

वही अस्पताल में आधे से ज्यादा कैमरे खराब होना अस्पताल की व्यवस्था पर कई सवाल उठाता है । आपको बता दे कि चाइल्ड पीजीआई अस्पताल में कुछ दिन पहले करीब एक हजार से अधिक इनवर्टर की बैटरी चोरी हुई थी।जिसकी कीमत करीब 50 लाख रुपए से अधिक बताई जा रही है।जिस जगह पर यह बैटरी रखी गई थी, उस जगह की जिम्मेदारी मेंटेनेंस डिपार्टमेंट की थी।

मेंटेनेंस डिपार्टमेंट की ओर से स्टोर रूम में ताला भी लगाया जाता था लेकिन उसके बाद भी हजारों बैटरी कब और कैसे चोरी हुई, इसका जवाब किसी के पास नहीं है।दोषी को ढूढ़ने में नाकाम पुलिस अब अपना गुस्सा वहा रहने वाले कर्मचारियों पर निकाल रही हैI आये दिन कर्मचारियों को चैकिंग के नाम प्रताड़ित किया जा रहा है।जिसका विरोध दबे स्वर में कर्मचारी कर रहे है।

क्या है मामला

सेक्टर-30 स्थित चाइल्ड पीजीआई अस्पताल में लाखों रुपए का सरकारी सामान गायब होने के बाद कोतवाली 20 पुलिस ने जांच बिठा दी है। नोएडा पुलिस अस्पताल के कर्मचारियों से सख्ती से पूछताछ कर रही है। कई स्टाफ शक की निगाहों पर हैं। पुलिस को यह मामला चोरी का नहीं गबन का लग रहा है क्योंकि बिना कर्मचारी की मिलीभगत के इतनी बड़ी चोरी संभव नहीं है। वहीं अस्पताल प्रशासन के तरफ से सुरक्षा का जिम्मा उठाने वाली कंपनी को नोटिस भेजकर स्पष्टीकरण मांगा है।

जांच में सामने आया है कि जो बैटरी चोरी हुई, उन्हें नोएडा प्राधिकरण की तरफ से अस्पताल की स्थापना के दौरान पावर बैकअप के तौर पर मुहैया कराया गया था। लेकिन कुछ सालों बाद यूपीएस खराब होने के बाद इसकी बैटरियों को माइनस-1 बेसमेंट में रखवा दिया गया था। हाल में जब संबंधित एजेंसी के साथ निरीक्षण किया तो कमरे में बैटरी नहीं मिली। जिस जगह पर यह बैटरी रखी गई थी, उस जगह की ताले की चाबी संबंधित एजेंसी के पास है लेकिन उसके बाद भी हजारों बैटरी कब और कैसे चोरी हुई। इसका जवाब किसी के पास नहीं है।

अस्पताल से 1270 बैटरियां गायब

प्राप्त जानकारी के मुताबिक, चाइल्ड पीजीआई अस्पताल में दो जगहों पर चोरों ने सरकारी खजाने पर हाथ साफ किया है। बताया जा रहा है कि 1270 बैटरियां गायब पाई गई है। एक पुरानी बैटरी करीब पांच हजार रुपये की है। ऐसे में चोरी करीब 71 लाख की है। पुलिस अधिकारी का कहना है कि इस मामले में जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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