नोएडा

नोएडा में हाईवोल्टेज ड्रामा, जब डीएम और सीडीओ को जमीन पर ही बैठकर सुननी पड़ी बात

Shiv Kumar Mishra
24 Aug 2020 11:23 AM GMT
नोएडा में हाईवोल्टेज ड्रामा, जब डीएम और सीडीओ को जमीन पर ही बैठकर सुननी पड़ी बात
x
नोएडा: प्लॉट पर कब्जा करने को लेकर दबंगों ने पीड़ित परिवार के साथ की मारपीट, कार्रवाई ना होने पर पीड़ित ने जिलाधिकारी के सामने मिट्टी का तेल डालकर मरने की कही बात।

ग्रेटर नोएडा जिलाधिकारी कार्यालय पर उस वक्त हाई वोल्टेज ड्रामा हुआ जब एक पीड़ित परिवार डीएम साहब की गाड़ी के सामने बैठकर आत्मदाह करने की बात करने लगा, पीड़ित का आरोप है कि उसके प्लॉट पर कुछ दबंग जबरदस्ती कब्जा करना चाहते हैं इसीलिए पीड़ित परिवार के साथ मारपीट की है, पीड़ित ने जब इसकी शिकायत थाना क्षेत्र पुलिस को दी तो पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है इसीलिए वह आज आत्मदाह करने की बात कर रहे हैं।

आंखों से निकलते मासूमों का आखिर कसूर क्या है आखिर इन्हीं के जमीन पर दबंगों ने कब्जा करना चाहा और फिर इनके साथ मारपीट भी की गई है पीड़ित लगातार पुलिस और जो थानों के चक्कर है उनके लगा लगा के थक चुका है अब उसने जब डीएम साहब को शिकायत की तो पहले तो डीएम साहब ने शिकायत पत्र को साइड कर दिया, उसके बाद लाचार पीड़ित आखिर क्या करें फिर डीएम साहब के गाड़ी के पास धरने पर बैठ गया और आत्मदाह करने की बात कहने लगा।

जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर बच्चों के साथ बैठे धरने पर तस्वीरें आप देख सकते हैं, पीड़ित आप लाचार हो चुका विवश हो चुका तो इसलिए अब वह है धरने पर बैठ गया और मिट्टी का तेल डालकर मरने की बात कर रहा है पीड़ित का कहना है कि उसकी जमीन सूरजपुर क्षेत्र के मुबारकपुर गांव में थी लेकिन कुछ दबंग लोगों ने उस पर कब्जा करना चाहा और परिवार के साथ मारपीट भी की है पीड़ित ने पुलिस से शिकायत की तमाम जो बड़े अधिकारी हैं उनके पास जाकर भटकते रहे लेकिन किसी भी अधिकारी ने उन्हें कि एक ना सुनी।

हाई वोल्टेज ड्रामा इतना बढ़ चुका है कि जब इसकी जानकारी कार्यालय के अंदर बैठे अधिकारी नोएडा डीएम सुहास एलवाई को हुई तो वह है सहानुभूति दिखाने के लिए खुद बाहर आ जाते और जहां पर पीड़ित धरने पर बैठे वहीं पर वह खुद जमीन पर बैठकर उनको कार्रवाई का आश्वासन दिलाने की बात कही जाती है, फिलहाल डीएम ने पीड़ित से शिकायत पत्र ले लिया और एसडीएम को जांच सौंप दी है और कार्रवाई के आदेश भी दे दिए हैं लेकिन आखिर सवाल यह है कि सत्ताधारी अधिकारी आखिर कार्रवाई करने से क्यों छुपते हैं आखिर लोगों को करवाई कराने के लिए क्यों दर-दर भटकना पड़ता है।

Next Story