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- नोएडा पुलिस का मानवीय...
नोएडा पुलिस का मानवीय चेहरा चौकी इंचार्ज सनी कुमार का सराहनीय कार्य,रास्ता भटक गये बुजुर्ग को उसके परिजनों के मिलवाया
धीरेन्द्र अवाना
नोएडा।पुलिस का नाम सुनते ही एक आम आदमी के मन में डर पैदा हो जाता है।आम तौर पर ऐसी धारणा है कि पुलिस वाले गरीब,मजलूमों व असहाय लोगो को प्रताड़ित करने में कोई कसर नहीं छोड़ते है।यही वजह है की आज भी पुलिस का ख्याल आते ही बड़े बड़ो के पसीने छूट जाते है।लेकिन नोएडा पुलिस के जिस चहरे की झलक हम आप को दिखाने जा रहे है उससे आप के मन में जो भी धारणा है।वह पूरी तरह से बदल जाएगी और उनके अंदर के एक मानवीय चेहरे की झलक आपको दिखाई देगी। पुलिस पर संवेदनहीन,कठोर निष्ठुर होने के आरोप लगते रहते हैं।लेकिन इन सबके बाबजूद महकमे में कुछ पुलिसकर्मी ऐसे भी है जो गरीबों मजलूमों की सहायता करने को हर पल तत्पर रहते हैं।
अगर बात करे नोएडा के शाहबेरी चौकी इंचार्ज सनी कुमार की तो उनकी मानवीय तस्वीर भी हर किसी को कायल कर रही है।दरअसल इस दरोगा ने एक गरीब बुजुर्ग जो कहीं से भटक कर थाना बिसरख क्षेत्र के शाहबेरी क्षेत्र में आ गया था।चौकी प्रभारी सनी कुमार ने बुजुर्ग से पुछताछ की तो उसने अपना नाम हरिश्चंद्र पिताजी का नाम करमचंद तथा अपने बेटों के नाम सतीश चंद्र चंद्रमोहन व दिनेश बताया।
घर के पते के बारे में जानकारी ली गई तो वो ठीक से बता नही पाये। कभी उन्होंनें महरौली बताया तो कभी तिमारपुर बताया।बुजुर्ग की हालत देखकर ऐसा प्रतीत हुआ कि वो भूखे है।चौकी इंचार्ज महेश चौधरी की नजर जैसे ही उस बुजुर्ग पर पड़ी मानो उनके दिल में बुजुर्ग व्यक्ति की मदद के लिए एक कसक सी उठ गई और फिर उन्होने इस बेसहारा का सहारा बनकर और अपनी मानवता का परिचय देते हुये उसको चौकी पर लाकर खाना खिलाया।अपराध और अपराधियों को खात्मा करते खाकी के किस्से तो बहुत सुने होंगे लेकिन इस खाकी का एक किस्सा ये भी है कि ये गरीब लाचारों की मसीहा बन उनकी हर संभव मदद करने को आतुर रहती है।जी हां कुछ पुलिसवाले कई गरीबों और बेसहारों के लिए फरिश्ता बन कर आते हैं।
राह भटक कर आये बुजुर्ग को ऐसा प्रतीत हो रहा था कि नोएडा के शाहबेरी चौकी इंचार्ज सनी कुमार मानो उसके लिए फरिश्ता बन कर आये हो।पूरा मामला ये है शाहबेरी चौकी क्षेत्र में एक बुजुर्ग रास्ता भटक कर आ गया था।जिसको चौकी इंचार्य सुनी कुमार ने चौकी में बैठाकर खाना खिलाया व उसका बारे में जानकारी इक्कठा की तो पता चला कि जिस बुजुर्ग की सेवा की है उसकी हरीश चंद्र भाटला पुत्र श्री कर्म चंद्रभाटला निवासी 368 गामा फर्स्ट ग्रेटर नोएडा उम्र- 80 वर्ष के रुप में हुयी है।जो विजिलेंस दिल्ली में एसीपी पद से रिटायर हैं तथा मानसिक रूप से कमजोर हैं गुमशुदा को सीनियर सिटीजन सेल तथा अन्य शाखाओ में अपने प्रयासों से जानकारी कर उनके परिजनों का पता कर उनके पुत्रो चंद्र मोहन भाटला व सतीश चंद्रभाटला को थाना बिसरख बुलाकर सुपुर्द किया गया उनके पुत्रों द्वारा अपने पिता को सकुशल पाकर थाना बिसरख पुलिस के प्रयासों की सराहना की गई।पुलिकर्मी की इंसानियत देखकर बुजुर्ग की आंखे भर आई। एक पल के लिए उसे ऐसा लगा जैसे उसका कोई अपना उसकी इतनी फिक्र कर रहा हो।और फिर इस बुजुर्ग ने चौकी इंचार्ज को अनेकों दुआएं दीं।