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नोएडा में लाखों लोगों को सांस लेने में दिक्कत, जानिए क्यों हुआ ये हाल?
नोएडा में सेक्टर-32 के डंपिंग ग्राउंड में लगी आग बुझने का नाम अब रविवार शाम तक भी नहीं ले रही है। शुक्रवार की शाम करीब 6:00 बजे डंपिंग ग्राउंड में आग लगी थी तब से अनवरत जल रही है। इस आग की वजह से नोएडा के लाखों लोग परेशानियों से जूझ रहे है। रविवार की दोपहर 12:00 बजे इस आग को करीब 66 घंटे हो गए है, लेकिन बुझने का नाम नहीं ले रही है। नोएडा के लाखों लोगों को सांस लेने में दिक्कतें हो है।
ब्रहस्पतिवार की शाम 6:00 बजे लगी आग
सेक्टर-24 थाना क्षेत्र अंतर्गत सेक्टर-32 में नोएडा प्राधिकरण का डंपिंग ग्राउंड है, जहां पर गुरुवार की शाम करीब 6:00 बजे आग लगी थी। सूचना मिलने के बाद स्थानीय पुलिस टीम और दमकल विभाग की टीम मौके पर पहुंची। आग को करीब 66 घंटे हो गए हैं, लेकिन काबू नहीं पाया गया है। अभी तक लाखों लीटर पानी आग को बुझाने में बर्बाद किया जा चुका है। उसके बावजूद भी कामयाबी हासिल नहीं हुई है। मौके पर दमकल विभाग की करीब 12 गाड़ियां मौजूद है। नोएडा शहर की प्राइवेट एजेंसी को भी मदद के लिए बुलाया गया है।
प्रदूषण के वजह से सांस लेने में दिक्कत
नोएडा के दमकल विभाग अधिकारी का कहना है कि हवा नहीं चलने की वजह से निचली सतह पर अभी थोड़ी बहुत आग बची हुई है, जिसकी वजह से लगातार धुंआ उठ रहा है। इस आग की वजह से नोएडा के लाख लोग परेशान हैं। लोगों को सांस लेने में दिक्कत होने लगी है, लोगों की जिंदगी आफत में आ गई है। प्रदूषण का स्तर काफी ज्यादा बढ़ गया है। प्रदूषण होने की वजह से आंखों में जलन और झनझनाहट हो रही है।
इस आग की वजह से अस्थमा और दिल के मरीजों की समस्या काफी ज्यादा बढ़ गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि आसपास में स्थित घरों में रहने वाले लोग परेशान हो सकते हैं। बच्चों और बुजुर्गों को सांस लेने में दिक्कतें हो सकती हैं। इसके अलावा यह धुंधा गर्भवती महिलाओं को परेशानी दे सकता है। दिल के कमजोर मरीजों के लिए भी यह धुंधा काफी चिंताजनक है।
नोएडा में रहने वाले लोगों का कहना है कि इस डंपिंग ग्राउंड में पड़ रहे कूड़े को लेकर उन्होंने प्राधिकरण में शिकायत की थी। उस समय प्राधिकरण की तरफ से जवाब आया था कि यहां पर कूड़ा नहीं डाला जाता है। अब ऐसे में नोएडा प्राधिकरण की लापरवाही भी सामने आई है। अभिषेक पांडे का कहना है कि अगर नोएडा प्राधिकरण इस मामले में पहले ही एक्शन लेता तो शायद यह घटना नहीं होती।