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एनईए ने टीबी के 204 मरीजों को लिया गोद, पौष्टिक आहार और कंबल प्रदान किये
(धीरेन्द्र अवाना)
नोएडा। नोएडा एंटरप्रेन्योर एसोसिएशन के अध्यक्ष विपिन मल्हान व उनकी टीम ने सोमवार को 204 क्षय रोगियों को गोद लिया। नोएडा सेक्टर- 6 स्थित एनईए सभागार में इन मरीजों को पौष्टिक आहार और कंबल प्रदान किये गये। एनईए अध्यक्ष विपिन मल्हन, मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. सुनील कुमार शर्मा, जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. शिरीश जैन, एसीएमओ डॉ. ललित ने यह सामग्री प्रदान की।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. सुनील कुमार शर्मा ने सभी को क्षय रोग (टीबी) के बारे में बताया। उन्होंने कहा- पौष्टिक आहार क्षय रोग से लड़ने में मदद करता है। नियमित दवा के साथ पौष्टिक आहार का सेवन करने से टीबी जल्दी ठीक हो जाती है। टीबी रोग को प्रदेश और देश से मुक्त करने के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से तैयार है। टीबी की जांच, दवा और इलाज सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध है।
जिला क्षय रोग अधिकारी डा. शिरीष जैन ने क्षय रोगियों से अपील की - वह किसी भी हाल में टीबी की दवा बीच में अपनी मर्जी से न छोड़ें। चिकित्सक के परामर्श के अनुसार नियमित दवा का सेवन करते रहें। अधूरा उपचार करने (बीच में दवा छोड़ने) से टीबी बिगड़ जाती है, फिर उसका लम्बा इलाज चलता है। उन्होंने उपस्थित लोगों से टीबी उन्मूलन कार्यक्रम में सहयोग करने की अपील की। डॉ. जैन ने कहा- दो सप्ताह या अधिक समय तक खांसी आना, खांसी के साथ बलगम आना, बलगम में कभी-कभी खून आना, सीने में दर्द होना, शाम को हल्का बुखार आना, वजन कम होना और भूख न लगना टीबी के लक्षण हैं। किसी भी व्यक्ति में इस तरह के लक्षण नजर आएं तो उसे वह तत्काल जांच कराने की सलाह दें।
एनईए अध्यक्ष विपिन मल्हन ने बताया कि एनईए की ओर से करीब 509 टीबी मरीजों को गोद लिया गया है। दूसरे चरण में करीब 204 मरीजों को पौष्टिक आहार और कंबल बांटे जा रहे हैं। वहीं जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. शिरीष जैन मरीजों के इलाज के लिए बेहतर काम कर रहे हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की- भविष्य में एनईए ऐसे ही आयोजन करेगी। उन्होंने बताया- जो टीबी मरीज अस्पताल से दवा नहीं ले पा रहे हों, वह एनईए कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने की। इस अवसर पर एनईए अध्यक्ष विपिन कुमार मल्हन, कोषाध्यक्ष शरद चन्द्र जैन, सह कोषाध्यक्ष नीरू शर्मा, उपाध्यक्ष मौ. इरशाद, सचिव कमल कुमार, विरेन्द्र नरूला, राहुल नैयर, कुलवीर विर्क और क्षय रोग विभाग से डीपीसी, डीपीपीएमसी, एसटीएस, एसटीएलएस आदि उपस्थित थे।
पौष्टिक आहार से मिलेगी मदद
क्षय रोगी महेश बाबू (बदला हुआ नाम) ने कहा उन्हें तीन महीने पहले फेफड़े वाली टीबी हुई थी, वह मजदूरी करके परिवार की गुजर बसर करते हैं, टीबी होने से उनकी आय प्रभावित हो गयी है। दवा तो सरकारी अस्पताल से मिल जाती है, अब पोषाहार मिल गया है। इससे उन्हें काफी मदद मिल जाएगी। उन्होंने क्षय रोग विभाग और एनईए का आभार जताया।