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पद्मश्री डा. दीपा मलिक बनीं निक्षय मित्र,उपचार चलने तक देखभाल और पोषाहार उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी ली
(धीरेन्द्र अवाना)
नोएडा। खेलरत्न, अर्जुन अवार्ड विजेता, पद्मश्री पुरस्कार प्राप्त पैरा ओलम्पियन डा. दीपा मलिक ने बृहस्पतिवार को नोएडा सेक्टर 39 स्थित कोविड अस्पताल के सभागार में टीबी के पांच मरीजों को गोद लिया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा- "प्रधानमंत्री के टीबी मुक्त भारत अभियान में कदम से कदम मिलाकर सहयोग दूंगी।" उन्होंने कहा- "जिस तरह पोलियो पर जीत हासिल की उसी तरह हम टीबी को भी हराएंगे। टीबी हारेगा देश जीतेगा।"
उन्होंने कहा हस्टपुष्ट समाज बनाएंगे ताकि हंसते-हंसते सभी मुश्किलों को पार किया जा सके। अब टीबी लाइलाज बीमारी नहीं है, अच्छा पोषण लेना है, दवा खाना नहीं भूलना है और हौसला बनाए रखना है। उन्होंने कहा- टीबी मरीज अपना ख्याल रखें और यह बीमारी दूसरों को नहीं हो इसका भी ख्याल रखें, इसके लिए एहतियात रखना जरूरी है। सभी मास्क का प्रयोग जरूर करें। उन्होंने कहा उच्च गुणवत्ता युक्त पोषण के साथ नियमित दवा का सेवन टीबी से लड़ने में मदद करता है। उन्होंने बताया- वह 23 साल से लकवा ग्रस्त शरीर और बीमारियों से जूझ रही हैं इसलिए उन्हें दवा और पोषणयुक्त आहार का महत्व पता है। उन्होंने मोटे अनाज का सेवन करने की भी बात कही। गौरतलब है कि जेवलिन, शॉटपुट, डिस्क थ्रो के तमाम पुरस्कार पैराओलम्पियन डा. दीपा मलिक के नाम हैं। खेलरत्न, अर्जुन अवार्ड व पद्मश्री पुरस्कार उन्हें मिल चुके हैं। डा. दीपा मलिक प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान की ब्रांड अम्बेसडर भी हैं।
इस अवसर पर संयुक्त निदेशक सेंट्रल टीबी डिविजन भारत सरकार डा. वीवी गिरी ने बताया- प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान की शुरुआत 13 सितम्बर 2022 से हुई है। टीबी मरीजों से लिए पोषण सबसे महत्वपूर्ण है। टीबी मरीज का पोषण सही होता है तो परिणाम अच्छा आता है। अभियान में जन भागीदारी बढ़ाने की जरूरत है। स्वयं सेवी संस्था, औद्योगिक संस्था, अधिकारी, व व्यक्तिगत रूप से लोग निक्षय मित्र बन रहे हैं। उन्होंने कहा कोई भी व्यक्ति निक्षय मित्र बन कर टीबी मरीजों को मदद कर सकता है। उन्होंने जनपद में टीबी उन्मूलन के प्रयासों के लिए जिला रोग अधिकारी डा. शिरीष जैन की सराहना की। उन्होंने बताया- देशभर से दस लाख मरीज गोद देने के लिए चिन्हित किये गये हैं, इसके लिए करीब पचास हजार निक्षय मित्र बन चुके हैं। आगे इसके लिए सभी का सहयोग चाहिए।
नोएडा एंटरप्रोन्योर एसोसिएशन के अध्यक्ष विपिन्न मल्हन ने इस अवसर पर एक हजार टीबी मरीजों को गोद लेने की घोषणा की। उन्होंने कहा- वह और उनकी एसोसिएशन टीबी मरीजों के साथ है। टीबी मरीजों की मदद को मुहिम जारी रहेगी। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. सुनील शर्मा ने डा. दीपा मलिक और विपिन मल्हन का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा टीबी मरीजों को उच्च गुणवत्ता का पोषण उनकी बीमारी से लड़ने में मदद करता है। कार्यक्रम का संचालन कर रहे जिला क्षय रोग अधिकारी डा. शिरीष जैन ने लोगों का आह्वान किया कि वह टीबी मरीजों की मदद को आगे आयें और उन्हें सामाजिक, भावानात्मक सहयोग प्रदान करें, लोग टीबी का रोग छिपाएं नहीं, जांच कराकर पूरा उपचार लें। टीबी उन्मूलन के लिए सभी का सहयोग जरूरी है। इस अवसर पर एसटीडीसी से डा. अनुराग, एसीएमओ डा. ललित कुमार, जिला अस्पताल के सीएमएस डा. पवन कुमार, अनीषा सिंह, अंबुज पांडेय, अमरपाल पवन भाटी, रविन्द्र राठी आदि सहित जिला क्षय रोग विभाग की टीम के सदस्य, आईएमए नोएडा व ग्रेटर नोएडा के पदाधिकारी मौजूद रहे।
कार्यक्रम के अंत में डा. दीपा मलिक ने गोद लिए गये पांचों टीबी मरीजों को पोषण आहार प्रदान किया। गोद लिए गये सभी मरीजों ने कहा- वह डा. दीपा मलिक द्वारा गोद लिये जाने से बहुत खुश हैं। डा. दीपा के सहृयोग से जल्द ही टीबी की बीमारी से ठीक हो जाएंगे। वह नियमित रूप से दवा का सेवन कर रहे हैं।