- होम
- राष्ट्रीय+
- वीडियो
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- Shopping
- शिक्षा
- स्वास्थ्य
- आजीविका
- विविध+
- Home
- /
- राज्य
- /
- उत्तर प्रदेश
- /
- नोएडा
- /
- एनसीआर में भूकम्प के...
एनसीआर में भूकम्प के झटके से सहमे लोग, प्राधिकरण से निकले मंत्री नंद गोपाल नंदी
धीरेन्द्र अवाना
नोएडा।आज एनसीआर क्षेत्र में 6.2 तीव्रता वाले भूकम्प के झटके महसूस होने पर लोगों में अफरा तफरी मच गयी।दोपहर बाद आये भूकम्प के तेज झटको से लोग सहम गए।भूकंप के दो झटके करीब 20 से 30 सेकंड तक महसूस किए गए और इमारतें हिलती रहीं।वही नेशनल सेंटर फॉर सेसमोलॉजी के मुताबिक भूकम्प की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.2 आंकी गई है, जो काफी ज्यादा है।आमतौर पर रैक्टर स्केल पर भूकम्प की तीव्रता 5.4 से अधिक रहती है तो उसे खतरनाक माना जाता है।
दोपहर 2 बजकर 51 मिनट पर आया भूकम्प इतना खतरनाक था कि कंपनियों में काम करने वाले लोग बाहर आ गए।इसी तरह लोग घरों से बाहर सुरक्षित स्थानों पर पंहुच गये।जिस समय भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए।उस समय प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल नंदी ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे।जैसे ही भूकम्प आया।वैसे ही प्राधिकरण की एसीईओ मेधा रूपम, सीइओ रवि कुमार एमजी के साथ औद्यागिक विकास मंत्री सीढियों के जरिए बाहर आ गए।यहां करीब 20 मिनट तक रुकने के बाद वो ऊपर गए।इसके बाद बैठक पूरी की गयी।
आपको बता दे कि इससे पहले भी नोएडा में कई बार तेज भूकम्प के झटके आ चुके है।जिनकी रैक्टर स्केल पर तीव्रता 4 से 5 के बीच रहती है।बताते चले कि नोएडा सिसमिक जोन-4 में आता है। यानी भूकम्प के लिहाज से ये बृहत संवेदनशील माना जाता है।इस स्थिति में यहां जरा सा तेज झटका बड़े हादसे को दावत दे सकता है। प्राधिकरण अधिकारियों का दावा है कि यहां बनाई इमारत करीब 8 तीव्रता झटका झेल सकती है। एक्सपर्ट की माने तो 7.0 का झटका की ताकत 6.0 से करीब 10 गुना और 8.0 की ताकत 6.0 से 100 गुना ज्यादा होती है।