नोएडा

भ्रष्टाचार पर फिर चला एसएसपी वैभव कृष्ण का चाबुक, दो दरोगा समेत दो सिपाही किये सस्पेंड

Special Coverage News
22 Aug 2019 9:40 PM IST
भ्रष्टाचार पर फिर चला एसएसपी वैभव कृष्ण का चाबुक, दो दरोगा समेत दो सिपाही किये सस्पेंड
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Noida SSP Vaibhav Krishna (IPS)
एसएसपी ने सजायफ्ता एक पुलिस कर्मी को सेवासे बर्खास्त भी किया है.

नोएडा: एसएसपी वैभव कृष्ण ने नोएडा में कार्यभार ग्रहण करने के बाद लगातार भ्रष्टाचार के खिलाफ जारी मुहिम की धार मंदी नहीं पड़ने दी. लगातार चेतावनी के वावजूद भी न सुधरने वालों को समय समय पर निलंबित और लाइन हाजिर करने में भी कभी कोताही नहीं बरती.

मिली जानकारी के मुताबिक चौकी घंघौला थाना साईट-5 पर नियुक्त उप निरीक्षक संजीव कुमार, उप निरीक्षक ब्रहम कुमार, सिपाही संजय कुमार व सिपाही उमेश कुमार को एसएसपी वैभव कृष्ण के द्वारा तत्काल प्रभाव से निलम्बित किया गया है. इन पुलिस कर्मियों पर 9.अगस्त .2019 को राजकुमार उर्फ राजू निवासी सुल्तानपुरी दिल्ली को परीचौक से उठाकर थाना साईट-5 की चौकी घंघौला पर ले जाकर 60,000 रूपये व 6 एलसीडी टीवी जबरदस्ती रखने के आरोप हैं.

एसएसपी ने इसकी जांच क्षेत्राधिकारी ग्रेटर नोएडा प्रथम द्वारा जॉच करायी गयी तो प्रथम दृष्टया आरोप सही पाये गये. उक्त पुलिस कर्मियों पर यह आरोप है कि उनके द्वारा उक्त पीडित राजकुमार उर्फ राजू जो दिल्ली से ग्रेटर नोएडा में अपनी एलसीडी टीवी बेचने आया था, को एलसीडी की चैकिंग के नाम पर परीचौक से घंघौला चौकी ले जाकर अवैध रूप से वसूली की गयी. इस सम्बन्ध में पीडित की पत्नी द्वारा दिल्ली पुलिस को 100 नम्बर पर सूचना दी गयी थी. दिल्ली पुलिस द्वारा जनपद गौतमबुद्धनगर को अवगत कराया गया, जिसमें जॉच से दोषी पाये जाने के बाद उपरोक्त पुलिस कर्मियों के विरूद्ध निलम्बन की कार्यवाही की गयी.

दूसरा मामला पुलिस लाईन जनपद गौतमबुद्धनगर में नियुक्त सिपाही विवेक मलिक निवासी ग्राम बहावडी थाना फुगाना, जनपद मुजफ्फरनगर, जो वर्ष-2011 में पुलिस में भर्ती हुआ था, के विरूद्ध पॉक्सो एक्ट थाना गंगोह जनपद सहारनपुर में न्यायालय विशेष न्यायाधीश पॉक्सो एक्ट सहारनपुर के द्वारा निर्णय दिनांक 19.जून.2019 में दोष सिद्ध होने के उपरान्त एसएसपी द्वारा इस आरक्षी को तत्काल प्रभाव से सेवा से पदच्युत अर्थात बर्खास्त कर दिया गया है.

यह आरक्षी पुलिस लाईन से दिनांक 19.जून.2019 से गैर हाजिर चल रहा था. क्षेत्राधिकारी लाईन के जॉच के उपरान्त पाया गया कि उक्त आरक्षी सजा के उपरान्त जिला जेल सहारनपुर में है, उसके बाद यह कार्यवाही की गयी.

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