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हार्ट अटैक की समय पर पहचान से बची जिला अस्पताल के डॉक्टर की जान, जरूर पढ़ें
धीरेन्द्र अवाना
नोएडा। जिला आपरेशन के ऑपरेशन थिएटर में सर्जरी के दौरान मंगलवार दोपहर नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. सतेंद्र कुमार को हार्ट अटैक आ गया। उन्हें अस्पताल की इमरजेंसी में ले जाया गया। जहां उनकी ईसीजी जांच के बाद जांच रिपोर्ट असामान्य होने के कारण उन्हें सेक्टर 137 फेलिक्स अस्पताल ले जाया गया है। जहां कार्डियोलॉजिस्ट विशेषज्ञों की देखरेख में उनकी एंजियोप्लास्टी ली गई।
अस्पताल के चेयरमैन डॉ. डी.के. गुप्ता का कहना है कि सर्जरी के दौरान डॉ. सतेंद्र के दौरान नेत्र रोग विशेषत्र डॉ. हेमा भी मौजूद थी। उनकी सूझबूझ के कारण डॉक्टर को समय पर अस्पताल में भर्ती कराने के कारण जान बची है। क्योंकि डॉक्टर ने समय पर लक्षण की पहचान करके साथी डॉक्टर को इमरजेंसी में ले जाने में मदद की। हार्ट अटैक के शुरुआती लक्षणों की पहचान करना बहुत जरूरी है और जो लोग इन लक्षणों की पहचान नहीं कर पाते हैं, उनमें हार्ट अटैक होने का खतरा बढ़ जाता है। हार्ट अटैक से जुड़े कई ऐसे लक्षण हैं, जिनके शुरुआती लक्षणों को अक्सर इग्नोर कर दिया जाता है और बाद में यही लक्षण हार्ट अटैक जैसी जानलेवा स्थिति का कारण बन जाते हैं।
हार्ट अटैक जैसी जानलेवा स्थितियों के खतरे को कम करने के लिए हेल्दी लाइफस्टाइल फॉलो करना और हार्ट हेल्दी डाइट लेना जितना जरूरी है, उतना ही जरूरी हार्ट से जुड़े शुरुआती लक्षणों की पहचान करना भी है। खासतौर पर सीने में महसूस होने वाले इन लक्षणों की पहचान समय रहते कर लेना बहुत जरूरी है, जिससे हार्ट अटैक जैसी गंभीर समस्याओं के आने से पहले ही उनका अंदाजा लगाया जा सकता है। हार्ट अटैक से ठीक पहले ज्यादातर लक्षण छाती में ही देखने को मिलते हैं, इन्हीं में से एक लक्षण है छाती में जकड़न महसूस होना।
इसे अंग्रेजी में चेस्ट टाइटनेस भी कहा जाता है, जिसमें सीने के अंदर कुछ कठोर सा महसूस होता है। इस लक्षण को लोग कई बार इग्नोर कर देते हैं। सीने के बाएं हिस्से में दर्द होने की स्थिति को गलती से भी इग्नोर नहीं करना चाहिए। ऐसा कई बार गैस के कारण भी हो सकता है और इस कारण से लोग इसे इग्नोर कर देते हैं, लेकिन इसे एक बार भी इग्नोर नहीं किया जाना चाहिए और जल्द से जल्द डॉक्टर से इस बारे में संपर्क कर लेना चाहिए।
बिना किसी वजह के तेज पसीना आना, यदि आपको बैठे-बैठे, सोते समय या फिर कम गर्मी में भी अचानक तेज पसीना आने लगे, तो इसे हल्के में न लें, कई बार हार्ट अटैक से पहले शरीर से तेज पसीना आना इसका एक संकेत हो होता है। सर्जरी के दौरान डॉक्टर को तेज पसीना की शिकायत थी। साथी डॉक्टर ने लक्षण को पहचान कर जान बचाने में कामयाबी पाई है।