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गृह क्लेश से परेशान एक बुजुर्ग महिला ने कोर्ट पुल से आत्महत्या के लिए गंग नगर में कूदी, 9 किलोमीटर तक बहने के बाद ग्रामीणों ने जिंदा निकाला
गृह क्लेश से परेशान गाजियाबाद की रहने वाली एक बुजुर्ग महिला दादरी के कोर्ट पुल से आत्महत्या करने के लिए गंग नगर में कूद गई 9 किलोमीटर तक बहने के बाद भी ग्रामीणों द्वारा जीवित बचा ली गई। महिला कोई भी खरोच या चोट तक नहीं आई जिन ग्रामीणों ने महिला रेसक्यू किया उनका कहना है कि इस समय महिला को बाहर निकाला गया, उस समय महिला हनुमान चालीसा का पाठ कर रही थी। ग्रामीणों ने महिला के पहचान के लिए उसका विडियो भी वायरल किया। लेकिन कोई मदद नहीं मिली।
क्लासिक फिल्म आनंद का डायलॉक है की "जिंदगी और मौत ऊपर वाले के हाथ में है जहाँपनाह...उसे न तो आप बदल सकते है न मैं … हम सब तो रंग मंच की कठपुतलियां हैं... जिनकी डोर उपरवाले की उंगलियों में बंधी है … कब कौन कैसे उठेगा कोई नहीं बता सकता है... ये डायलॉक उस समय चरितार्थ हो गई जब एक बुजुर्ग महिला गृह क्लेश से परेशान हो कर आत्महत्या करने के लिए कोर्ट के पल के पास गंग नहर में कूदी और 9 किलोमीटर तक बहने के बाद भी ग्रामीणों द्वारा जीवित बचा ली गई। जिन ग्रामीणों ने महिला रेसक्यू किया उनका कहना है कि इस समय महिला को बाहर निकाला गया, रेसक्यू करने वाले ग्रामीण भी आश्चर्यचकित रह गए कि महिला कोई भी खरोच या चोट तक नहीं आई है।
गंग नहर में बहने के पास बहने के बाद थाना दनकौर के चिन्डावली गाँव में जीवित बचाई गई बुजुर्ग महिला से हर कोई जानना चाहता है कि उसके साथ क्या हुआ। लेकिन महिला अपने साथ हुए हादसे के बात सदमे में है और वह कुछ भी नहीं बता पा रही है। यहां तक कि अपना नाम भी नहीं। ग्रामीणों का कहना है कि महिला को बहते हुए सबसे पहले कोर्ट पुल के पास देखा गया, कोट पुल से लगभग 9 किलोमीटर दूर चिन्डावली गाँव के लोगो ने बुजुर्ग महिला को बहते देख उसे बाहर निकाल लिया। रेसक्यू करने वाले ग्रामीणों का कहना है, कि जब उसे बाहर निकाला गया तो वह हनुमान चालीसा का पाठ कर रही थी। कि महिला कोई भी खरोच या चोट तक नहीं थी। ग्रामीणों ने महिला के पहचान के लिए उसका विडियो भी वायरल किया। लेकिन कोई मदद नहीं मिली।
गंग नहर से जीवित निकली गई बुजुर्ग महिला के बारे में सूचना पुलिस को दी गई पुलिस ने मौके पर पहुंच गए और महिला से पूछताछ करने लगी लेकिन महिला सदमे की स्थिति में होने के कारण किसी को कुछ बताया। शाम के समय महिला की गर्दन में दर्द हुआ तो गाँव वाले उसे डॉक्टर के पास ले जाने लगे। उसने बताया कि गाजियाबाद में पन्नालाल हॉस्पिटल में मेरा इलाज चल रहा है डॉक्टर का नाम अशोक है, गाँव वालो ने डॉक्टर का नंबर निकाल कर डॉक्टर बातचीत की और उसके महिला का डिटेल निकाली और उसके परिवार वालों से बातचीत की उसके बाद परिवार वाले आए और महिला को अपने साथ घर ले।