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पुलिस ने दवंग का कराया कब्जा, गरीब की मौत , थानाध्यक्ष लाइन हाजिर

पुलिस ने दवंग का कराया कब्जा, गरीब की मौत , थानाध्यक्ष लाइन हाजिर
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योगी सरकार की भूमाफिया के खिलाफ कारवाही का पीलीभीत में उड़ा मजाक
खबर पीलीभीत से आ रही है यहाॅं पैसे लेकर भूमाफिया के साथ मिलकर पुलिस ने एक ग्रामीण को थाने की हवालात में बंद कर दिया और उसकी जमीन पे नींव भरवाकर दबंग से कब्जा करा दिया। कब्जे के बाद जब पीडित को छोडा गया तो सदमें से पीडित की मौत हो गयी। जिसके बाद परिजना की तहरीर पर प्रभारी निरीक्षक व दबंग के खिलाफ गैर इरादतन हत्या में मुकदमा दर्ज किया गया है। प्रभारी निरीक्षक को लाइन हाजिर कर दूसरे इंस्पेक्टर की तैनाती की गयी है। मामले की जंाच एएसपी द्वारा की जा रही है घटना पीलीभीत के थाना गजरौला की है।
भूमाफिया व पुलिस के गठजोड ने एक किसान की जान ले ली। वैसे तो योगी सरकार एंटी मूभाफिया टीम बनाकर भूमाफियाओ पर कार्यवाही की बात कर रही है लेकिन पीलीभीत में पुलिस ही भूमाफिया बन गयी। दरअसल गजरौला थाना क्षेत्र के गांव शिवनगर का रहने वाला 35 साल का अमरनाथ चाट का ठेला गजरौला में लगाकर परिवार का पालन पोषण कर रहा था। उसने अपनी कमाई से एक एक पाई जोडकर गजरौला में ही एक आवासीय प्लाट खरीदा था दो दिन पहले प्लाट पर गांव का दबंग सुधीर ने कब्जे की कौशिश की और प्लाट पर बुनियाद भरवाने लगा। दबंग द्वारा कब्जे की जानकारी जब मृतक अमरनाथ को हुई तो वह परिवार के साथ पुलिस के पास थाने पहुचा लेकिन थानाध्यक्ष गजरौला राजेश कुमार ने पीडित अमरनाथ व उसके परिवार को हवालात मे बंद कर दिया।

उधर दंबंग सुधीर नींव भरवाता रहा। इस दौरान अमरनाथ थाने के अन्दर काफी देर रोता रहा उसकी तबियत बिगडती गयी। कई घण्टो बाद जब जमीन पर नींव भर गयी तो पुलिस ने अमरनाथ को थाने से छोडा। परिवार वाले अमरनाथ को अस्पताल लेकर पहुचे जहाॅं कल शाम अमरनाथ की मौत हो गयी। दम तोडते वक्त भी मृर्तक अपने प्लाट के बारे में पूछ रहा था पुलिस की इस तरह की करतूत की हर तरफ निंदा हो रही है फिलहाल घर वालो की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी सुधीर एंव उसके परिजन व थानाध्यक्ष गजरौला राजेश कुमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है
एसपी ने तत्काल थानाध्यक्ष राजेश को लाइन हाजिर कर दूसरे इंस्पेक्टर को थाने पर तैनात किया गया है। वही मामले की जांच एएसपी द्वारा की जा रही है वही गजरौला पुलिस ने यू ही इतना बडा रिस्क नही लिया। मृतक के परिवार जनो का आरोप है कि सुधीर ने एक लाख रूपया पुलिस को कब्जा करने के लिए दिया था। वही पुलिस के साथ ही हल्का लेखपाल का भी रोल कब्जा कराने में रहा है। फिलहाल निष्पक्ष जांच हो तो सच्चाई सामने आ जायेगी।
पीलीभीत से फैसल मलिक की रिपोर्ट
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