- होम
- राष्ट्रीय+
- वीडियो
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- Shopping
- शिक्षा
- स्वास्थ्य
- आजीविका
- विविध+
- Home
- /
- राज्य
- /
- उत्तर प्रदेश
- /
- पीलीभीत
- /
- दस वर्षीय मासूम को...
दस वर्षीय मासूम को तड़फा तड़फा कर मार डाला पड़ोसी को फँसाने के लिए, कहानी पढ़कर रो पढे लोग
दुश्मनी में एक परिवार इतना बर्बर हो सकता है कि पांच सदस्य मिलकर अपनी ही बच्ची की हत्या कर डालें। बिटिया को मारते समय उनके हाथ भी न कांपे। यह अकल्पनीय है। लेकिन समाज की क्रूर सच्चाई है। अमरिया तहसील के माधोपुर गांव में ऐसा ही हुआ। हफ्तों पहले ही साजिश रच ली गई। मौका मिलते ही कत्ल कर दिया गया।
पीलीभीत के अमरिया के गांव माधोपुर गांव में शनिवार को दस वर्षीय बालिका अनम की नृशंस हत्या की गई। यह शक पुलिस को उसी वक्त हो गया था, जब उसे परिवार के लोगों के बजाय किसी और ने सूचना दी कि एक बालिका की हत्या हो गई है।
पुलिस की गिरफ्त में आरोपी
मरणासन्न मासूम का वीडियो बनाकर चाचा उससे पूछ रहा था कि तुम्हें किसने मारा...। यह वीडियो सामने आने पर पुलिस का शक पुख्ता हो गया। क्योंकि मौत से लड़ रही बच्ची की पहली जरूरत इलाज थी।
घटना स्थल पर पुलिस और ग्रामीण
वीडियो ही खुलासे की अहम कड़ी बनी। हत्या के बाद साजिशकर्ता योजना के तहत पुलिस को तहरीर देने पहुंचे तो पुलिस ने अनम के पिता, चाचा और दादा से उनका मोबाइल नंबर मांगा तो सभी सकपका गए। घटना की जांच करती पुलिस।
पुलिस से बोले कि नामजद तहरीर देने के बाद कार्रवाई के बजाय आप लोग हम पर ही शक कर रहे हैं। उनके हावभाव से शक और पुख्ता हो गया।
घटना की जांच करने पहुंचे एसपी
शाम को मासूम के शव का दफन होते ही पुलिस उसके घर पहुंच गई। परिवार के लोगों को घर से बाहर निकालकर तलाशी ली तो एक खून से सनी पैंट पुलिस के हाथ लग गई। पुलिस अनम के चाचा शादाब को थाने ले आई।
पूछताछ में पहले वह टालमटोल करता रहा। पुलिस ने जब सख्ती की तो वह टूट गया। बोला कि पड़ोसी को फंसाने के लिए भतीजी को मारने का साजिश पहले रच ली थी। लेकिन उसे अंजाम तक पहुंचाने का मौका नहीं मिल रहा था।
पड़ोस में जब मेला लगा तो भतीजी को गायब कर मार डाला। शादाब के बयानों के आधार पर पुलिस ने सुबह अनम के दादा शहजादे, पिता अनीस, चाचा नसीम और सलीम को हिरासत में ले लिया।
सभी से अलग-अलग पूछताछ की। दादा ने पुलिस को बताया कि पिछले कई सालों से पड़ोसी उसके पुत्रों के खिलाफ मुकदमा लिखवाकर परेशान कर रहा था।
पुलिस उसकी सुनवाई नहीं कर रही थी। इसीलिए पोती को मारने की उसने योजना बनाई। इसके बाद पुत्रों को भी योजना में शामिल किया।
पिता अनीस ने बताया कि दुष्कर्म के मुकदमे में वारंट भी निकल चुका है। इसीलिए योजनानुसार भाइयों के साथ मिलकर पुत्री को मार डाला ताकि पड़ोसी को फंसा सकें।