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पीलीभीत में बाघों का आतंक, ''खुले में सौच-टाइगर की मौज''

पीलीभीत में बाघों का आतंक, खुले में सौच-टाइगर की मौज
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पीलीभीत के बाघो को आबादी रास आ गयी है। बाघों को आसानी से अपना शिकार मिल रहा है और साथ ही सैकडों एकड गन्ने के खेत उसकी हेबिटेट बन चुके है। बाघ आसानी से उन लोगो को अपना शिकार बना रहा है जो गन्ने के खेतों व झाडियों में खुले में सौच कर रहे है या फिर वो किसान जो अपने खेतों में काम करने जा रहे है।


घटना रात न्यूरिया व गजरौला थाना क्षेत्र की है जहाॅ एक वृद्व महिला व एक युवक पर बाघ ने हमला किया है। दोनो घायलों को उपचार के लिये जिला अस्पताल भती कराया गया है जहाॅ अब उनकी हालत स्थिर है। यहाॅ तो यह जुमला भी कहा जा सकता है कि ''खुले में सौच-टाइगर की मौज''!


पीलीभीत के जंगल नहीं अब वाले क्षेत्र ही टाइगर को पसंद है। कभी टाइगर किसी किसान के घर में चला जाता है, तो वहीं कई ने तो अपने घर ही गन्ने के खेतों में बना रखे है। यहाॅ के न्यूरिया थाना क्षेत्र के गांव बसंतपुर निवासी नन्हेलाल अपने खेत में गेहूं की फसल को देखकर घर लौट रहे थे, तभी गन्ना के खेत से निकलकर बाघिन के दो शावकों ने किसान पर हमला बोल दिया। हमले में किसान का एक पैर गंभीर रूप से घायल हो गया। शोर होने पर शावक दोबारा गन्ने के खेतों में भाग गए।

उधर गजरौला थाना क्षेत्र के गांव ढेरम मढ़रिया की रहने वाली वृद्वा सावित्री देवी खेतों से गोबर उठाने के बाद घर जा रही थी। तभी बाघ गन्ने के खेत से निकलकर हमलावर हो गया। हमले में वृद्धा का दाहिना पैर, दोनों हाथ व मुंह पर गंभीर चोटें आई हैं। दोनों घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

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