- होम
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- राष्ट्रीय+
- आर्थिक+
- मनोरंजन+
- खेलकूद
- स्वास्थ्य
- राजनीति
- नौकरी
- शिक्षा
- Home
- /
- राज्य
- /
- उत्तर प्रदेश
- /
- ग्रेटर नोएडा में हर 20...
ग्रेटर नोएडा में हर 20 सेकेंड में चलेगी पॉड टेक्सी, लोगों को नहीं करना होगा इंतजार
जेवर एयरपोर्ट, फिल्म सिटी और सेक्टरों के लिए चलने वाली पॉड टैक्सी का रंग अलग-अलग होगा। बता दें कि पॉड टैक्सी का एलिवेटेड कॉरिडोर यमुना एक्सप्रेसवे और प्राधिकरण के सेक्टरों बीच की 100 मीटर चौड़ी सड़क के मध्य से गुजरेगा। इसकी ऊंचाई 12 मीटर होगी। वहीं हर 20 सेकेंड में एक पॉड टैक्सी चलेगी ताकि लोगों को इंतजार नहीं करना पड़े।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार एयरपोर्ट, फिल्म सिटी एम्यूजमेंट पार्क आदि के लिए पॉड टैक्सी चलाई जाती है। ये तीनों चीजें यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में प्रस्तावित हैं। इसमें एयरपोर्ट का निर्माण शुरू हो गया है। इसको देखते हुए यमुना प्राधिकरण ने जेवर एयरपोर्ट व फिल्म सिटी और अपने सेक्टरों को जोड़ते हुए पॉड टैक्सी चलाने का फैसला लिया है।
बता दें कि प्राधिकरण ने केंद्र सरकार की संस्था इंडियन पोर्ट एंड रोपवे कॉरपोरेशन लिमिटेड से इसकी डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) बनवाई है। कंपनी ने यह रिपोर्ट यमुना प्राधिकरण को सौंप दी थी। इसका जो रूट बनाया गया था, उसका कुछ हिस्सा एयरपोर्ट परियोजना में चला गया। इसके बाद इसमें बदलाव किया गया है। इसको लेकर मंगलवार को यमुना प्राधिकरण में अफसरों के साथ इंडियन पोर्ट एंड रोपवे कॉरपोरेशन लिमिटेड के अधिकारियों की बैठक हुई। इसमें प्राधिकरण ने कई संसोधन कराए हैं। अब कंपनी इन सुझावों को डीपीआर में समाहित करते हुए अपनी रिपोर्ट देगी। यह रिपोर्ट आने के बाद प्राधिकरण इसे बोर्ड बैठक में ले जाएगा। बोर्ड में पास होने के बाद शासन को भेजा जाएगा। शासन की अनुमति के बाद इसके टेंडर निकाले जाएंगे। बहुत संभव है कि मई में टेंडर निकाल दिए जाएंगे।
कॉरिडोर के लिए तीन सुझाव दिए
कंपनी ने इस कॉरिडोर के लिए तीन सुझाव दिए। सेक्टर की रोड के किनारे, 60 मीटर रोड के किनारे और 100 मीटर रोड के बीच से यह कॉरिडोर निकालने का विकल्प दिया। प्राधिकरण ने 100 मीटर रोड के बीच से यह कॉरिडोर निकालने के लिए सहमति दे दी है। इस कॉरिडोर की ऊंचाई नौ मीटर रखी गई थी। यह कॉरिडोर औद्योगिक सेक्टरों से गुजरेगा। इसलिए इसकी ऊंचाई 12 मीटर की गई है।
पहचान के लिए अलग रंग होगा
एयरपोर्ट और फिल्म सिटी और सेक्टरों के लिए चलने वाली पॉड टैक्सी का रंग अलग होगा ताकि लोगों को दूर से ही पता चल जाए। उदाहरण के तौर पर अगर एयरपोर्ट व फिल्म सिटी के बीच की मेट्रो का रंग नीला है तो सेक्टर की पॉड टैक्सी का रंग पीला होगा।
146 टैक्सी की जरूरत पड़ेगी
हर 20 सेकेंड पर पॉड टैक्सी मिलेगी। इसके लिए 146 पॉड टैक्सी की जरूरत पड़ेगी। भविष्य में इसका समय और कम किया जाएगा। हर तीन सेकेंड में पॉड टैक्सी चलाने के लिए 799 टैक्सी की जरूरत पड़ेगी। कंपनी ने अभी आठ सीटर पॉड टैक्सी प्रस्तावित की है। इसमें 13 लोग खड़े हो सकते हैं। प्राधिकरण ने इसकी क्षमता बढ़ाने के लिए कहा है। ताकि और अधिक लोग एक साथ सफर कर सकें।