- होम
- राष्ट्रीय+
- वीडियो
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- Shopping
- शिक्षा
- स्वास्थ्य
- आजीविका
- विविध+
- Home
- /
- राज्य
- /
- उत्तर प्रदेश
- /
- प्रयागराज
- /
- इलाहाबाद हाईकोर्ट:...
इलाहाबाद हाईकोर्ट: विवाहिता पुत्री मृतक आश्रित कोटे में नियुक्ति पाने की नहीं है हकदार
प्रयागराज : इलाहाबाद हाईकोर्ट का आज बेहद महत्वपूर्ण निर्णय आया है, कोर्ट ने कहा शिक्षण संस्थाओं के लिए बने रेग्यूलेशन 1995 के तहत विवाहिता पुत्री परिवार में शामिल नहीं है। और ऐसे में आश्रित कोटे में नियुक्ति की मांग अधिकार के रूप में नहीं की जा सकती।
एक्टिंग चीफ जस्टिस एम एन भंडारी और जस्टिस विवेक अग्रवाल की खंडपीठ ने दिया आदेश..
कोर्ट की यह टिप्पणी एक याचिका दायर करने के जवाब में आयी है। याची ने छिपाया कि उसकी मां को पारिवारिक पेंशन मिल रही है, कोर्ट ने याची की इस बात को ख़ारिज करते हुए कहा कि, "मां याची पर आश्रित नहीं है। कानून एवं परंपरा दोनों के अनुसार विवाहिता पुत्री अपने पति की आश्रित होती है, विवाहित पुत्री, पिता की आश्रित नहीं होती।"
इसके साथ ही कोर्ट ने राज्य सरकार की विशेष अपील को भी स्वीकार किया है।
एकलपीठ के आश्रित कोटे में नियुक्ति देने के 9अगस्त 21 का आदेश किया रद्द...
ज्यादा जानकारी देते हुए आपको बता दें कि, याची (माधवी मिश्रा) ने विवाहिता पुत्री के तौर पर विमला श्रीवास्तव केस के आधार पर मृतक आश्रित कोटे में नियुक्ति की मांग की,याची के पिता इंटर कॉलेज में तदर्थ प्रधानाचार्य पद पर कार्यरत थे।याची के पिता की सेवाकाल में उनकी मृत्यु हो गई थी।