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- आक्रोशित अधिवक्ताओं ने...
आक्रोशित अधिवक्ताओं ने इविवि परिसर में हुई घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए निंदा की
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में आंदोलनरत छात्रों के समर्थन में व बैंक के काम से विश्वविद्यालय परिसर पहुंचे कांग्रेस नेता व इविवि के पूर्व छात्रनेता विवेकानंद समेत छात्रों पर सुरक्षाकर्मियों द्वारा लाठीचार्ज और गोली चलाने की इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अधिवक्ताओं ने कड़े शब्दों में निंदा की है । अधिवक्ताओं द्वारा इस विषय पर एक बैठक आयोजित हुई जिसे संबोधित करते हुए अभ्युदय त्रिपाठी ने कहा कि, "यह लोकतंत्र पर कुठाराघात है, विश्वविद्यालय के इतिहास में यह पहली घटना है जब निजी सुरक्षाकर्मियों ने कुलपति और विश्वविद्यालय प्रशासन के इशारे पर इस शर्मनाक घटना को अंजाम दिया है ।"
अधिवक्ता विकास तिवारी ने कहा कि, " कुलपति और प्रशासन दोनों ही विश्वविद्यालय के छात्रों और छात्रहितों के प्रति असंवेदनशील है ।"
ओमप्रकाश दुबे ने कहा कि, "प्रशासनिक भेदभाव और लापरवाही के चलते विश्वविद्यालय का शैक्षिक माहौल ठप है । भर्तियों के नाम पर विश्वविद्यालय प्रशासन आकंठ भ्रष्टाचार में डूबा है ।"
अंत में सभी अधिवक्ताओं ने एक स्वर में कहा कि यदि जिला प्रशासन ने आरोपी गार्डों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की तो अधिवक्ता भी छात्रों के साथ कदम से कदम मिलाकर इस आंदोलन में सम्मिलित होने को बाध्य होंगे ।
बैठक में अभ्युदय त्रिपाठी, विकास तिवारी, अमित राय, गरुन पाल सिंह, सर्वेश सिंह, ओमप्रकाश दुबे, पंकज पटेल, रविकांत, विनय शुक्ला, उपेन्द्र सिंह आदि थे ।