प्रयागराज

मुख्यमंत्री योगी ने आज से खोला आमजन के लिए अक्षयवट का द्वार

Special Coverage News
10 Jan 2019 10:45 AM GMT
मुख्यमंत्री योगी ने आज से खोला आमजन  के लिए अक्षयवट का द्वार
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शशांक मिश्रा

प्रयागराज दौरे पर पहुंचे मुख्यमंत्री योगी ने आमजनमानस के लिए एक बड़ी सौगात दी है सीएम योगी आदित्यनाथ ने मूल अक्षयवट और सरस्वती कूप के दर्शन कर आम जनमानस के लिए इसे खोल दिया। 16 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रयागराज में इसे खोलने का ऐलान किया था। इस क्रम में सेना और प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने रास्ता बनाने का काम किया। गुरुवार को दोपहर 12 बजे किला पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बटन दबाकर शिलापट का लोकार्पण किया। इसके बाद मूल अक्षयवट के दर्शन किए। बाद में सरस्वती कूप के दर्शन कर नई स्थापित सरस्वती प्रतिमा का पूजन किया। बगल में छोटी सरस्वती प्रतिमा के नीचे से सरस्वती कूप का जल निकाला गया है, जो वापस कूप में जाएगा। मुख्यमंत्री ने इस जल को माथे से लगाया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को प्रयागराज में पौराणिक महत्व के अक्षय वट के दर्शन के लिए द्वार खोल दिए. इस दौरान उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व अन्य मंत्री भी उपस्थित रहे. कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी ने अक्षयवट का दर्शन पूजन किया. इस दौरान सीएम योगी ने मीडिया सेंटर का उद्घाटन भी किया.

प्रयागराज में प्रेस कांफ्रेंस में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछले 50 वर्षों में सबसे अच्छा जल संगम में है. पूरे आयोजन में इसी तरह स्वच्छ गंगा जल उपलब्ध होगा. गंगोत्री से लेकर प्रयागराज तक गंदे नालों को गंगा में गिरने से रोका गया है.

सीएम योगी ने कहा कि दुनिया के सबसे बड़े समागम को भव्य और दिव्य बनाने का प्रयास किया है. इस प्रयास में मीडिया का पूरा सहयोग मिला. मेला पूरी भव्यता और दिव्यता से आगे बढ़े, इसके लिए डेढ़ वर्ष पूर्व कार्ययोजना तैयार हुई.प्रयागराज कुंभ: आम श्रद्धालुओं के लिए खुला अकबर के किले में बंद प्राचीन अक्षयवटउन्होंने कहा कि हजारों साल बाद प्रयागराज कुम्भ को वैश्विक मान्यता मिल रही है. 15 दिसम्बर को 71 देशों के राजनयिकों ने वैश्विक मान्यता दी. पहली बार कुम्भ मेले की शुरुआत गंगा मां की पूजा के साथ पीएम मोदी ने की. हमारी कोशिश है कि यह कुम्भ देश व दुनिया में स्वच्छ और सुरक्षित कुम्भ का संदेश दे सके.उन्होंने कहा कि साढ़े चार सौ वर्षों के बाद अक्षयवट और सरस्वती कूप श्रद्धालुओं के लिए खोला गया है. केन्द्र और प्रदेश सरकार ने प्रयाग राज के विकास का कार्य किया है. इसमें जल,थल और नभ से आवागमन की सुविधा प्रदान की जा रही है. 15 फ्लाईओवर, अण्डर ब्रिज बने, 264 सड़कों का चौड़ीकरण हुआ है. चौराहों का भी चौड़ीकरण और सौन्दर्यीकरण किया गया है. मेला क्षेत्र का एरिया बढ़ाया, 22 पान्टून ब्रिज बनाये गए हैं.जानिए क्यों अखाड़ा परिषद ने की सीएम योगी से कुंभ मेला क्षेत्र में न आने की अपील!उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं के लिए सुविधाओं का बेहतर प्रबन्ध किया गया है. स्वच्छता को लेकर एक लाख 22 हजार 500 पर्यावरण अनुकूल शौचालय बनाये गए. 20 हजार से ज्यादा डस्टबिन मेला क्षेत्र में रखे गए हैं. 10 हजार श्रद्धालुओं की क्षमता का गंगा पंडाल बनाया गया है. चार सांस्कृतिक पांडाल बनाये गए हैं. देश के 6 लाख गांवों का प्रतिनिधित्व कुम्भ में होगा.सीएम ने बताया कि बीस हजार श्रद्धालुओं के मेला क्षेत्र में रुकने की व्यवस्था है. इसके अलावा 1300 हेक्टेयर में 94 पार्किंग स्थल बुनियादी सुविधाओं के साथ बनाये गए हैं. शटल बस सेवा और ई रिक्शा चलायी जा रही है. 1500 साइनेजेज कुम्भ मेले में लगाये जा रहे हैं कुम्भ के मद्देनजर प्रयागराज कई शहरों से हवाई सेवा से जुड़ा है. पहली बार पांच सौ से अधिक सांस्कृतिक कार्यक्रम पूरे मेला क्षेत्र में होंगे. पेंट माई सिटी में 15 लाख वर्ग फीट में दीवारें पेंट की गई हैं. कुम्भ मेले में 1100 सीसीटीवी लगाये गए हैं. इंटीग्रेटेड कमांड एंड कन्ट्रोल सेंटर बनाया गया है. पहली बार टेंट सिटी बसायी गई है.सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पन्द्रहवें अप्रवासी भारतीय सम्मेलन में आये प्रवासी कुम्भ में आयेंगे. ये अप्रवासी भारतीय टेंट सिटी में ही रुकेंगे. उन्होंने कहा कि पिछले 50 वर्षों में सबसे अच्छा जल संगम में है. पूरे आयोजन में इसी तरह स्वच्छ गंगा जल उपलब्ध होगा. गंगोत्री से लेकर प्रयागराज तक गंदे नालों को गंगा में गिरने से रोका गया है. आम श्रद्धालुओं के लिए अक्षयवट खुलने से गौरव की अनुभूति हो रही है इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, कैबिनेट मंत्री डॉ. रीता बहुगुणा जोशी, नंद गोपाल गुप्ता नंदी और अधिकारी मौजूद रहे।

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