प्रयागराज

Prayagraj News: माघ मेले में हिंदू धर्म को बदनाम करने की इस साजिश का पुलिस ने किया पर्दाफाश, मास्टरमाइंड ने किए कई चौंकाने वाले खुलासे

Shiv Kumar Mishra
17 Jan 2023 10:52 PM IST
Prayagraj News: माघ मेले में हिंदू धर्म को बदनाम करने की इस साजिश का पुलिस ने किया पर्दाफाश, मास्टरमाइंड ने किए कई  चौंकाने वाले खुलासे
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प्रयागराज से शशांक मिश्रा की रिपोर्ट

हिंदू धर्म को बदनाम करने की साजिश का बड़ा खुलासा माघ मेला क्षेत्र में प्रयागराज पुलिस ने किया है माघ मेले में इस्लामिक साहित्य बेचे जाने के मामले का पुलिस ने मंगलवार को खुलासा किया है।क्राइम ब्रांच ने माघ मेले में इस्लामिक साहित्य बेचे जाने के मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।मास्टरमाइंड महमूद हसन गाजियाबाद में पैगामें बहदानियत संस्था का प्रेसिडेंट है और इस्लामिया हिमदादिया मदरसा मरियाडीह में शिक्षक है। महमूद इस्लाम धर्म को बढ़ा चढ़ाकर हिंदू धर्म की उपेक्षा करते हुए हिंदू धर्म के वेद रिचाओं के श्लोक का प्रिंट करवाकर और उसका गलत अर्थ छपवाकर गरीब लड़कों को बहला-फुसलाकर उन्हें हर माह रुपए देकर हिंदू धार्मिक स्थलों के आस पास नि:शुल्क बंटवाता है।

किताब बांटने वाले मोहम्मद मोनिश और समीर उर्फ नरेश को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है।मोहम्मद मोनिश एस. आई.ओ यानि स्टूडेंट्स इस्लामिक ऑर्गेनाइजेशन का पूर्वी उत्तर प्रदेश का जोनल सेक्रेटरी है और समीर भी इसी गिरोह का सक्रिय सदस्य है।क्राइम ब्रांच की पूछताछ में पता चला है कि इस्लामिक साहित्य बांटने वाले दोनों युवक पहले हिंदू थे और बाद में उन्होंने इस्लाम धर्म अपना लिया।ये अब इस्लामिक साहित्य और पंपलेट बांटने का काम करते है।

बता दें कि महमूद हसन गाजी फतेहपुर जिले का रहने वाला है और इस समय करेली में रहता है।मोहम्मद मोनिश उर्फ आशीष कुमार गुप्ता हनुमानगंज थाना सराय इनायत का रहने वाला है।समीर उर्फ नरेश छोटा लालापुर चायल कौशांबी जिले का रहने वाला है।पुलिस पूछताछ में इनका विदेशी कनेक्शन भी सामने आया है।आबुधाबी से इस्लामिक साहित्य बांटने के लिए इन्हें पैसे भी मिलते थे।क्राइम ब्रांच अब जांच एजेंसियों की मदद से विदेश से पैसा मिलने का डिटेल निकलवा रही हैं।पुलिस ने इनके के कब्जे से 204 धार्मिक पुस्तकें, 3 मोबाइल फोन, 4 आधार कार्ड और कुछ नगद रुपए बरामद किए हैं।

एडिश्नल डीसीपी सतीश कुमार ने बताया कि इस मामले में इंटेलिजेंस एजेंसियां भी जांच पड़ताल में जुटी हैं।इसके अलावा अभियुक्तों के मोबाइल नंबर से इनके संबंधों का भी पता लगाया जा रहा है।डीसीपी ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से हिंदू और मुस्लिम धर्म के नाम से दो अलग-अलग आधार कार्ड भी मिले हैं।यह जहां पर जिस स्थान पर जाते थे उसके मुताबिक इसका उपयोग करते थे। गिरफ्तार अभियुक्तों ने प्रयागराज से लेकर काशी के अस्सी घाट तक धार्मिक पुस्तकें बेचने की बात कबूली है।

डीसीपी ने बताया कि अभियुक्तों के खिलाफ दारागंज थाने में आईपीसी की धारा 153ए, 295ए, 419, 420, 467, 468, 47, 505(2) आईपीसी व 3/5 उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म परिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम 2021 के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है।पुलिस ने तीनों अभियुक्तों को जेल भेज दिया है।

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