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- मुनव्वर राणा के बेटे...
मुनव्वर राणा के बेटे ने आखिर क्यों कराई अपने उपर फर्जी फायरिंग, बड़ा खुलासा
रायबरेली । साज़िश ऐसा शब्द है जिसका विस्तार जीवन के हर क्षेत्र तक है। मामला चाहे प्रेम हो या सियासत या फिर संपत्ति का, साजिश हर जगह दिखाई पड़ती है। ऐसी ही साजिश पर यह शेर सटीक बैठता है ।
क़ातिल की सारी साज़िशें नाकाम ही रहीं ।
चेहरा कुछ और खिल उठा ज़हराब गर पिया । रायबरेली नगर कोतवाली पुलिस ने आज ऐसी ही एक साजिश का भांडा फोड़ कर बेगुनाहों को बेगुनाह और गुनहगार को गुनहगार साबित किया है ।
संपत्ति के लिए रची गई साजिश का भंडाफोड़ करते हुए पुलिस ने 4 अभियुक्तों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है । मुख्य षड्यंत्रकारी पुलिस की गिरफ्त से अभी दूर है । पुलिस उसके संदिग्ध ठिकानों पर दबिश देकर गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है ।
आज पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार ने बताया कि विश्व विख्यात शायर मुनव्वर राणा के पुत्र तबरेज राणा के द्वारा 28 जून को नगर कोतवाली में तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया गया था जिसमें त्रिपुरा चौराहे के समीप पेट्रोल टंकी पर दो बाइक सवार अज्ञात हमलावरों ने जानलेवा हमला किया जिसमें उनके चाचा समेत 5 लोग को नामजद करते हुए मुकदमा दर्ज कराया गया था ।
एकबारगी इस मुकदमे को लिखने के बाद पुलिस के हाथ पांव फूल गए । मामला हाईप्रोफाइल होने के कारण पुलिस इस मामले को जल्द से जल्द खुलासा करने का प्रयास कर रही थी । घटना प्रथम दृष्टया तो संदिग्ध लग रही थी ।लेकिन फिर भी वादी मुकदमा की बात पर यकीन करते हुए नामजद अभियुक्तों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की गई । शुरुआती पूछताछ में ही क्लियर हो गया कि विवाद संपत्ति से जुड़ा हुआ है ।पुलिस ने अपनी जांच का दायरा बढ़ाते हुए टेक्निकल बिंदुओं को खंगालना शुरू किया लेकिन कहीं कोई सफलता हाथ नहीं लग रही थी । तभी शहर कोतवाल अतुल कुमार सिंह ने अपने अति विश्वासपात्र किला चौकी इंचार्ज प्रवीण गौतम को इस मामले में जरूरी सुराग निकाल लेने की जिम्मेदारी सौंपी । अंततोगत्वा शहर कोतवाल का भरोसा जीता और प्रवीण गौतम ने पहली ही टिप में मुख्य साजिशकर्ता को अपनी रडार पर ले लिया । फिर क्या था तोता मैना की तरह पूरी विस्तारित योजना की कहानी गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों ने बयां कर दी । और देखते ही देखते सभी अभियुक्त पुलिस की हिरासत में आ गए और मामले का बड़ी ही खूबसूरती के साथ खुलासा कर दिया गया ।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि वादी मुकदमा तबरेज राणा ने इस पूरी घटना की साजिश रची है । उसने इस साजिश में हलीम को चुनाव में होर्डिंग आदि लगाने का ऑफर दिया और उसकी साजिश में सहयोग करने के लिए राजी कर लिया । हलीम ने अपने साथी सतेंद्र व शुभम को घटना को अंजाम देने का जिम्मा दिया ।तय प्रोग्राम के अनुसार इन लोगों ने त्रिपुरा पेट्रोल टंकी को चुना जहां पर तबरेज राणा तय प्रोग्राम के हिसाब से आया और पल्सर सवार सत्येंद्र और शुभम ने तबरेज राणा की गाड़ी पर दो फायर पिस्टल से किए दोनों फायर गाड़ी की बॉडी पर लगे ।फायर करने के बाद तुरंत यह दोनों फरार हो गए या पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई ।सीसीटीवी के आधार पर पुलिस ने अपनी जांच आगे बढ़ाई जिसके बाद पुलिस को घटना के खुलासे में सफलता मिली पुलिस अधीक्षक ने बताया कि तबरेज के लखनऊ स्थित आवास पर पुलिस टीमें दबिश दे रही हैं लेकिन वह अभी पुलिस से दूर है जल्द ही उसकी गिरफ्तारी की जाएगी पुलिस अधीक्षक ने शहर कोतवाल अतुल कुमार सिंह प्रवीण गौतम और खुलासा करने वाली पूरी टीम को बतौर इनाम 25 हजार रुपया नगद से नवाजा है साथ ही साथ प्रशस्ति पत्र भी दिया है ।
रिपोर्ट काजू खान /मो हसीन