रामपुर

रामपुर : NH-24 पर उग्र हुए किसानों ने मुरादाबाद एसएसपी की गाड़ी पर किया हमला, SSP ने भागकर बचाई जान

Arun Mishra
22 Dec 2020 1:07 PM GMT
रामपुर : NH-24 पर उग्र हुए किसानों ने मुरादाबाद एसएसपी की गाड़ी पर किया हमला, SSP ने भागकर बचाई जान
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यही नहीं, रामपुर के एसपी शगुन गौतम पर नाराज किसानों ने हमला कर दिया। उन्होंने भागकर अपनी जान बचाई।

रामपुर : किसान आंदोलन में शामिल होने दिल्ली जा रहे किसान रामपुर-मुरादाबाद बार्डर पर उग्र हो गये। किसानों ने मुरादाबाद एसएसपी की गाड़ी पर हमला कर दिया है। किसानों को रोकने के लिये पुलिस ने बैरिकेडिंग की थी, जिसे किसानों ने तोड़ दिया। पुलिस और किसानों के बीच जमकर झड़प हुई। इस हमले में मुरादाबाद के एसएसपी प्रभाकर चौधरी घायल हो गये हैं। उनके पैर में चोट आई है। उन्होंने किसी तरह भागकर जान बचाई। यही नहीं, रामपुर के एसपी शगुन गौतम पर नाराज किसानों ने हमला कर दिया। उन्होंने भागकर अपनी जान बचाई।

अबतक मिली जानकारी के मुताबिक, पीलीभीत और पुरनपुर से दिल्ली जा रहे किसानों को पुलिस आगे जाने से रोक रही थी। इसी दौरान किसान भड़क गए। उग्र किसानों ने पुलिस बल पर हमला बोल दिया। कई दिनों से किसान दिल्ली के बॉर्डर पर डटे हैं। इसी आंदोलन में शामिल होने के लिये रामपुर से किसान दिल्ली के लिये निकले थे। किसान ट्रैक्टर ट्रॉली में भर कर आ रहे थे। इनकी संख्या 150 से 200 बताई जा रही है।

पुलिस ने किसानों को रोका तो उग्र हो गए। एसएसपी की गाड़ी को घेरकर तोड़फोड़ शुरू कर दी। उसमें बैठे पुलिस कप्तान बाहर आ गए और पुलिस जवानों ने उन्हें घेरकर सुरक्षित किया। इस दौरान गाड़ी को बचाने के लिए चालक ने बैक गेयर लगाते हुए गाड़ी को वहां से निकाला। पुलिस ने बिना कोई बल प्रयोग किये ही किसानों को समझाने की कोशिश शुरू की। बताया जा रहा है कि काफी संख्या में किसानों ने कुछ दूर स्थित टोल प्लाजा पर भी कब्जा कर लिया है।

पूरी रात डटे रहे आईजी और एसएसपी

आंदोलन को धार देने की कवायद में दिल्ली कूच करने की तैयारी कर रहे किसानों की निगरानी सोमवार से ही बढ़ा दी गई थी। सोमवार को पूरी रात मुरादाबाद के आईजी रमित शर्मा और एसएसपी प्रभाकर चौधरी उन किसानों की निगरानी करने में जुटे रहे, जो बरेली और रामपुर से होकर दिल्ली जाने की योजना बना रहे हैं। रात 12 बजे से लेकर सुबह छह बजे के बीच सैकड़ों किसान मूंढापांडे टोल प्लाजा से वापस लौटाए गए।

पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सोमवार देर रात प्रशासनिक अमले को भनक लगी कि बरेली-मुरादाबाद-नेशनल हाईवे से होकर हजारों किसान दिल्ली कूच करने की तैयारी कर रहा है। रात के अंधेरे में किसानों की भारी संख्‍या दिल्ली की ओर बढ़ने की आशंका से प्रशासनिक अमला हरकत में आ गया। मुरादाबाद क्षेत्र के आईजी रमित शर्मा और एसएसपी मुरादाबाद प्रभाकर चौधरी रात 12 बजे दलबल के साथ मूंढापांडे टोल प्लाजा के लिए रवाना हुए। पुलिस के दोनों उच्चाधिकारियों ने मूंढापांडे टोल पर डेरा डाल दिया।

मूंढापांडे थाना प्रभारी नवाब सिंह ने उच्चाधिकारियों के निर्देशन में वाहनों की सघन जांच व तलाशी शुरू कराई। इस बीच पुलिस की नजर उन वाहनों पर गड़ी रही जो रामपुर बरेली की तरफ से आ रहे थे। वाहन चालकों व यात्रियों को रोककर पुलिस उनके गंतव्य स्थल वह यात्रा के कारण से संबंधित सवाल पूछती रही। संदेह के आधार पर सैकड़ों यात्रियों को रोक कर पुलिस ने पूछताछ की। इनमें कुछ ऐसे यात्री भी शामिल रहे जिनको आगे बढ़ने से पुलिस ने रोक दिया। टोल प्लाजा पर पुलिस के अकस्मात वाहन चेकिंग अभियान से घंटों अफरा-तफरी का माहौल रहा। वाहनों की भारी कतार मूंढापांडे टोल प्लाजा पर लगी रही।

पुलिस के उच्चाधिकारी इस बात का खास ख्याल रखते रहे की आंख में धूल झोंक कर कोई भी किसान दिल्ली की ओर आगे ना बढ़ सके। यही वजह रही मूंढापांडे थाना प्रभारी समेत दर्जनों पुलिसकर्मियों के होने के बाद भी पुलिस के उच्चाधिकारी वाहन चेकिंग अभियान पर खुद नजर गड़ा कर बैठे रहे। वाहन चेकिंग अभियान मंगलवार को सुबह छह बजे तक चला। इसके बाद पुलिस के दोनों उच्चाधिकारी वापस मुरादाबाद लौट आए।

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