रामपुर

जेल में बंद माँ शबनम से मिलने बेटा पहुंचा जेल

Shiv Kumar Mishra
21 Feb 2021 12:39 PM GMT
जेल में बंद माँ शबनम से मिलने बेटा पहुंचा जेल
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दोनों को मिलकर तसल्ली मिली है। शबनम अब क्यों घबरा रही है, इसके जवाब में वह बोले क‍ि शबनम कोई क्रांतिकारी नहीं है जो भगत सिंह की तरह हंसते हुए फांसी पर झूल जाए।

मां-बाप समेत अपने सात खून के रिश्तों का कत्ल करने के आरोप में जेल में बंद शबनम से उसके बेटे ने मुलाकात की। इस दौरान शबनम ने कहा कि वह बेगुनाह है। सरकार मामले की CBI जांच करा लें। शबनम का नाबालिग बेटा रविवार दोपहर अपनी मां से मिलने के लिए रामपुर की जिला कारागार पहुंचा। उसके साथ उसे गोद लेने वाले मम्मी-पापा भी थे। इन लोगों की करीब घंटे भर तक शबनम से मुलाकात हुई।

बाहर आए बेटे ने बताया कि उसकी मम्मी ने उससे कहा है कि मन लगाकर पढ़ाई करें। मैं चाहता हूं कि मेरी मम्मी को फांसी न लगे। इसके लिए राष्ट्रपति अंकल से भी गुजारिश की है। उन्हें पत्र लिखा है कि उसकी मम्मी को फांसी न दी जाए। उसे गोद लेने वाले ने बताया कि शबनम ने उन लोगों से कहा है कि वह बेगुनाह है।

अब शबनम क्यों घबरा रही है ?

सरकार इस मामले की CBI जांच करा ले‌। इतने दिन बाद CBI जांच की बात क्यों की जा रही है, इसके जवाब में वह बोले क‍ि शबनम पहले भी खुद को बेगुनाह बताती रही है। लेकिन, उसकी बात नहीं सुनी गई। पिछले दिनों मीडिया में उसे फांसी लगने की खबरें आई तो वह घबरा गई। बेटा भी परेशान था, इसीलिए दोनों की मुलाकात कराई गई। दोनों को मिलकर तसल्ली मिली है। शबनम अब क्यों घबरा रही है, इसके जवाब में वह बोले क‍ि शबनम कोई क्रांतिकारी नहीं है जो भगत सिंह की तरह हंसते हुए फांसी पर झूल जाए।

हमें उसकी संपत्ति से कोई लालच नहीं !

मौत की खबर से वह परेशान है और चाहती है कि उसे इंसाफ मिले। उसे बचाने के लिए एक बार फिर राज्यपाल और राष्ट्रपति से गुहार लगाई गई है‌। उम्मीद है कि वह फांसी से बच जाएगी। उन्होंने कहा कि वह कॉलेज में शबनम के साथ पढ़े हैं, सिर्फ इतनी ही जान पहचान थी। उसके बेटे को कोई भी गोद ले सकता था और हमारे कोई औलाद नहीं थी। सिर्फ यही बच्चा है‌। हमें उसकी संपत्ति से कोई लालच नहीं है।

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