रामपुर

'भूमाफिया' घोषित होने के बाद एक महीने से आज़म खान क्यों नहीं आये रामपुर?

Special Coverage News
9 Aug 2019 7:14 AM GMT
भूमाफिया घोषित होने के बाद एक महीने से आज़म खान क्यों नहीं आये रामपुर?
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लोकसभा चुनाव में सपा की दिग्गज नेता जया प्रदा को हराने वाले आजम खां पर अब किसानों की जमीन, नदियों की जमीन कब्जा करने का आरोप है.

रामपुर : समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद आजम खां के सितारे इन दिनों गर्दिश में चल रहे हैं. भूमाफिया घोषित होने के बाद वह करीब एक माह से अपने गृह जनपद रामपुर नहीं आए हैं. पहले जब वह विधायक थे और लखनऊ में रहते थे तो आमतौर पर शनिवार और रविवार को अपने पैतृक निवास रामपुर में ही बिताते थे.

सांसदी चुनाव में सपा की दिग्गज नेता जया प्रदा को हराने वाले आजम खां पर अब किसानों की जमीन, नदियों की जमीन कब्जा करने का आरोप है. उन पर 26 से ज्यादा मुकदमे हैं. वह भूमाफिया भी हैं. तो क्या आजम खां गिरफ्तारी के डर से रामपुर नहीं आ रहे हैं?

पुलिस अधीक्षक डॉ. अजय पाल शर्मा ने कहा कि सपा नेता आजम पर जो धाराएं हैं, उसमें गिरफ्तारी हो सकती है. लेकिन वह रामपुर आएंगे तो हम उन्हें गिरफ्तार कर लेंगे ऐसा कुछ अभी तक है नहीं.

सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, "सपा सांसद आजम खान रामपुर आने से कोई परहेज नहीं कर रहे हैं. बस पर्लियामेंट चल रही है. इसी कारण उनकी व्यस्तता रही है. पहले भी वह जब उप्र सरकार में मंत्री थे तो हर शनिवार, रविवार को अमूमन रामपुर ही रहते थे. यहां उनका पैतृक निवास है. अभी जब से सत्र चल है तब से वह यहां नहीं आए हैं. बाकी रही बात मुकदमे की तो राजनीतिक कारणों से लगाए गए हैं. जल्द ही उनको इससे निजात मिलेगी."

उन्होंने कहा, "लगभग 25 दिनों से तो संसद का सत्र ही चल रहा है. उसके आलावा उनकी पत्नी की तबियत भी ठीक नहीं है और वह भर्ती हैं. लिहाजा, उन्हें उनकी देख-रेख भी करनी पड़ रही हैं. वह जल्द ही रामपुर आएंगे."

जिलाधिकारी अंजनेय कुमार सिंह ने बताया, "आजम खां हमारे सांसद हैं वह जन प्रतिनिधि हैं. उनके आने-जाने पर किसी प्रकार की कोई रोक प्रशासन ने नहीं लगाई है. लेकिन शपथ लेने के बाद वह सिर्फ एक बार ही आए. यह भी कहा जा सकता है कि जबसे उनके ऊपर मामले दर्ज हुए हैं तबसे वह रामपुर में दिखाई नहीं दिए हैं."

कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश उपाध्यक्ष फैसल खां लाला ने कहा, "आजम खां पर किसानों की जमीन, नदियों की जमीन कब्जा करने का आरोप है. उन पर 26 से ज्यादा मुकदमे हैं. वह भूमाफिया भी हैं. आजम ने किसानों की जमीन सीओ अली हसन के साथ मिलकर कब्जा किया है. आजम खां को पता है कि वह रामपुर आएंगे तो वह गिरफ्तार होंगे. इसी कारण वह आ नहीं रहे हैं. फिलहाल वह एक माह से रामपुर नहीं आए हैं. रामपुर न आने का एक कारण यह है कि उन्होंने कुछ गलत किया है. उनमें कुछ खोंट है.

भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता व रामपुर के प्रभारी डा़ चन्द्रमोहन ने कहा, "सरकार भूमाफियाओं के खिलाफ सख्ती से कदम उठा रही है. किसी भी कीमत में उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा. सपा के सांसद का सच सामने आ रहा है. इसी कारण वह मुंह छुपा रहे हैं. गरीबों, किसानों अल्पसंख्यकों की जमीनों पर वह कब्जा किए हुए हैं. ऐसे में किस मुंह से रामपुर के किसानों का सामना करेंगे.

उन्होंने कहा कि योगी सरकार ने भूमाफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है. इसी कारण अतीक अहमद जैसे भूमाफिया को जेल की हवा खानी पड़ रही है. सरकार कानून व्यवस्था से किसी प्रकार का समझौता करने वाली नहीं है. पुलिस अधीक्षक डा़ अजय शर्मा का कहना है कि हमारी तरफ से किसी के आने-जाने पर कोई रोक नहीं लगाई गई है.

गौरतलब है कि दो दर्जन से भी अधिक मामलों में फंसे समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता और सांसद आजम खां की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही है. पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में पुलिस ने मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय में छापा मार कर विश्वविद्यालय की मुमताज सेंट्रल लाइब्रेरी से चोरी की लगभग दो हजार बेशकीमती किताबें और पांडुलिपियां बरामद कीं. कुछ एंटीक फर्नीचर भी बरामद हुआ है. पिछले दिनों तंजीम अवाम-ए-अहले सुन्नत के सदर मौलाना मोहब्बे अली नईमी और मोहम्मद हुसैन साबरी ने जिलाधिकारी से शिकायत की कि मदरसा आलिया में बेशकीमती किताबों का खजाना था, जहां से किताबें चोरी की गई हैं. आरोप लगाया था कि ये किताबें जौहर विश्वविद्यालय भेजी गई हैं.

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