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फरार खनन माफिया मोहम्मद इकबाल पर ED का बड़ा एक्शन, 4440 करोड़ की संपत्ति जब्त!
उत्तर प्रदेश केसहारनपुर में बीएसपी के पूर्व एमएलसी हाजी इकबाल (former MLC Mohammad Iqbal) के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई की है. केंद्रीय जांच एजेंसी ने पूर्व एमएलसी की 4 हजार करोड़ से ज्यादा की संपत्तियों को अटैच कर दिया है. यहां यूनीवर्सिटी की 4,440 करोड़ रुपये की कीमत की इमारत और जमीन कुर्क की गई है.
एजेंसी के अनुसार, मनी लॉन्ड्रिंग केस में जांच एजेंसी ने एक अनंतिम कुर्की आदेश जारी किया था, इसके बाद 121 एकड़ जमीन और ग्लोकल यूनिवर्सिटी की इमारत को जब्त कर लिया गया है. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एक बयान में कहा कि ये संपत्तियां अब्दुल वहीद एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के नाम पर दर्ज हैं, इन पर मोहम्मद इकबाल और उनके परिवार के सदस्यों का कंट्रोल था.
ईडी ने सहारनपुर जिले में अवैध खनन और पट्टाधारकों के लाइसेंस के अवैध नवीनीकरण के मामले में सीबीआई दिल्ली द्वारा भ्रष्टाचार समेत विभिन्न दर्ज की गई एफआईआर के आधार पर यह दर्ज कर जांच शुरू की थी। खनन पट्टों के अवैध नवीनीकरण से संबंधित मामले में सीबीआई ने महमूद अली, दिलशाद, मोहम्मद इनाम, महबूब आलम (मृत्यु हो चुकी है), नसीम अहमद, अमित जैन, विकास अग्रवाल, मोहम्मद वाजिद मुकेश जैन और पुनीत जैन समेत कुछ सरकारी अधिकारियों और अज्ञात व्यक्तियों को नामजद किया था।
ईडी की जांच से पता चला कि सभी खनन फर्मों का स्वामित्व और संचालन मो. इकबाल ग्रुप के पास था। इकबाल ग्रुप की ये फर्में सहारनपुर और आसपास के इलाकों में बड़े पैमाने पर अवैध खनन में शामिल थीं। आईटीआर में दिखाई गई कम कमाई के बावजूद किसी व्यापारिक रिश्ते के इन फर्मों और समूह की कंपनियों के बीच करोड़ों का लेन-देन पाया गया। इसके साथ ही बड़ी धनराशि असुरक्षित ऋण और दान के रूप में कई फर्जी संस्थाओं और फर्जी लेनदेन के माध्यम से अब्दुल वहीद एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट सहारनपुर के बैंक खाते में भेज दी गई।
दुबई में छिपा है पूर्व एमएलसी इकबाल
जांच में पता चला कि अब्दुल वहीद एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के सभी ट्रस्टी मो. इकबाल के परिवार के सदस्य हैं, जिसमें इकबाल खुद भी शामिल हैं। ट्रस्ट के फंड का उपयोग बाद में सहारनपुर में जमीन खरीदने और ग्लोकल यूनिवर्सिटी के लिए भवन के निर्माण में किया गया। अवैध खनन से कमाई गई लगभग 500 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम इस्तेमाल का जमीनें खरीदने और यूनिवर्सिटी की बिल्डिंग बनाने में किया गया। इन संपत्तियों का वर्तमान बाजार मूल्य 4439 करोड़ है। मो. इकबाल फिलहाल फरार है। माना जा रहा है कि वह दुबई में छिपा है। उनके चार बेटे और भाई वर्तमान में जेल में बंद हैं। मामले में आगे की जांच अभी जारी है।